लखनऊ : बॉस्केटबॉल वॉलीबॉल हैंडबॉल कबड्डी लॉन टेनिस बैडमिंटन जैसे खेलों के लिए अलग-अलग जिलों में बनने वाले ये सेंटर ओलंपिक स्तर के खिलाड़ियों को तैयार करेंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश में 14 जिलों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (center of excellence) शुरू किया जाएगा. इसके अलावा 11 जिलों में प्रशिक्षकों की कमी (lack of trainers) को पूरा करने का निर्णय लिया गया है.
स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर (center of excellence) में खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (sports authority of india) के मानकों के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा. उनके आवासीय और रोजमर्रा की जरूरतों के खर्च भी खेल विभाग के लिए जारी किए जाएंगे. एकता चयन प्रक्रिया के तहत ऐसे खिलाड़ियों को सलेक्ट किया जाएगा. जिसके बाद में उनको उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देकर ओलंपिक पदक विजेता (Olympic medalist) बनाने के लिए प्रयासरत किया जाएगा. लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, आजमगढ़ के अलावा रायबरेली में भी ऐसे सेंटर खोले जाने की तैयारी की जा रही है.
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण नवनीत सहगल (Additional Chief Secretary, Sports and Youth Welfare Navneet Sehgal) ने कहा कि एक जिला-एक खेल योजना के तहत प्रदेश के 64 जिलों में खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है. इन जिलों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का संचालन शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि इन जनपदों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का संचालन शुरू हो गया है. उन्होंने अन्य शेष बचे जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रशिक्षकों की नियुक्ति जल्द करने को कहा है. सभी जनपदों में एक जिला-एक खेल योजना के तहत प्रशिक्षकों की नियुक्त के लिए स्वीकृति दी जा चुकी है. ऐसी स्थिति में प्रशिक्षकों की नियुक्ति संबंधी काम सुनिश्चित किए जाएंगे. इस समय 64 जिलों में प्रशिक्षकों का चयन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है. वहीं शेष आंबेडकरनगर, गोंडा, झांसी, कानपुर देहात, बदायूं, शाहजहांपुर, उरई जालौन, औरैया, सहारनपुर, कानपुर तथा सुल्तानपुर में प्रशिक्षकों के चयन की कार्यवाही चल रही है.
यूपी में 14 खेलों के लिए शुरू होंगे एक्सीलेंस सेंटर, 11 जिलों में पूरी की जाएगी प्रशिक्षकों की कमी
बॉस्केटबॉल वॉलीबॉल, हैंडबॉल, कबड्डी, लॉन टेनिस, बैडमिंटन जैसे खेलों के लिए अलग-अलग जिलों में बनने वाले ये सेंटर ओलंपिक स्तर के खिलाड़ियों को तैयार करेंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश में 14 जिलों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस शुरू किया जाएगा.
लखनऊ : बॉस्केटबॉल वॉलीबॉल हैंडबॉल कबड्डी लॉन टेनिस बैडमिंटन जैसे खेलों के लिए अलग-अलग जिलों में बनने वाले ये सेंटर ओलंपिक स्तर के खिलाड़ियों को तैयार करेंगे. इसके लिए उत्तर प्रदेश में 14 जिलों के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (center of excellence) शुरू किया जाएगा. इसके अलावा 11 जिलों में प्रशिक्षकों की कमी (lack of trainers) को पूरा करने का निर्णय लिया गया है.
स्पोर्ट्स एक्सीलेंस सेंटर (center of excellence) में खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (sports authority of india) के मानकों के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा. उनके आवासीय और रोजमर्रा की जरूरतों के खर्च भी खेल विभाग के लिए जारी किए जाएंगे. एकता चयन प्रक्रिया के तहत ऐसे खिलाड़ियों को सलेक्ट किया जाएगा. जिसके बाद में उनको उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देकर ओलंपिक पदक विजेता (Olympic medalist) बनाने के लिए प्रयासरत किया जाएगा. लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, अयोध्या, मेरठ, सहारनपुर, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर, आजमगढ़ के अलावा रायबरेली में भी ऐसे सेंटर खोले जाने की तैयारी की जा रही है.
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण नवनीत सहगल (Additional Chief Secretary, Sports and Youth Welfare Navneet Sehgal) ने कहा कि एक जिला-एक खेल योजना के तहत प्रदेश के 64 जिलों में खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है. इन जिलों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का संचालन शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि इन जनपदों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण शिविर का संचालन शुरू हो गया है. उन्होंने अन्य शेष बचे जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रशिक्षकों की नियुक्ति जल्द करने को कहा है. सभी जनपदों में एक जिला-एक खेल योजना के तहत प्रशिक्षकों की नियुक्त के लिए स्वीकृति दी जा चुकी है. ऐसी स्थिति में प्रशिक्षकों की नियुक्ति संबंधी काम सुनिश्चित किए जाएंगे. इस समय 64 जिलों में प्रशिक्षकों का चयन कर प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है. वहीं शेष आंबेडकरनगर, गोंडा, झांसी, कानपुर देहात, बदायूं, शाहजहांपुर, उरई जालौन, औरैया, सहारनपुर, कानपुर तथा सुल्तानपुर में प्रशिक्षकों के चयन की कार्यवाही चल रही है.