लखनऊ: राजधानी में बीते दिनों केजीएमयू गणित संकाय ओरल पैथोलॉजी एवं माइक्रोबायोलॉजी विभाग में सीनियर डॉक्टर की भर्ती की परीक्षा कराई गई थी. आशंका जताई गई थी कि परीक्षा का पेपर पहले ही अपने चहेतों को डॉक्टर द्वारा लीक कर दिया गया है. इस पर जांच कमेटी ने पर्चा लीक की बात की आशंकाओं को सही माना है और परीक्षा को रद्द कर दिया गया है.
दरअसल, बीते 21 जुलाई को केजीएमयू के दंत विभाग में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की भर्ती के लिए परीक्षा की गई थी. परीक्षा का पेपर पहले ही अपने चहेतों को डॉक्टर द्वारा लीक कर दिया गया है, जिसकी शिकायत कुलपति से भी की गई थी.
केजीएमयू प्रशासन ने इस पर तुरंत सख्ती दिखाते हुए पर्चे को रद्द कर दिया है. वहीं केजीएमयू केतन संकाय के पुराने भवन की चौथी मंजिल पर ओरल पैथोलॉजी विभाग का कार्यालय भी सील कर दिया गया है. चीफ प्रॉक्टर डॉ. आरएसआरएस कुशवाहा और दूसरे अफसरों को पत्र लिखने के बाद विभाग के अफसरों ने यह कार्रवाई की है.
इन सब के बीच शिकायतकर्ता और संकाय के डॉक्टरों के बीच की बातचीत का ऑडियो भी वायरल हो रहा है. इसमें आरोपी डॉक्टर ने पर्चा बनाने वाली महिला डॉक्टर से 17 जुलाई को सभी सवाल व्हाट्सएप पर मांगने की बात कबूली है.
ऐसी आशंका जताई गई है कि पेपर की सूचना कुछ छात्र-छात्राओं को हो गई थी. इस वजह से परीक्षा रद्द कर दी गई है.
डॉ. सुधीर सिंह, प्रवक्ता,.केजीएमयू