रांची: भारतीय वायु सेना की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान कांप गया है. पायलटों की सटीक रणनीति के आगे पाकिस्तान के फाइटर प्लेन F16 को उल्टे पांव लौटना पड़ा. यह दावा भारतीय वायु सेना के पूर्व फ्लाइट इंजीनियर केएन त्रिपाठी ने किया है.
दरअसल, केएन त्रिपाठी वायु सेना में फ्लाइट इंजीनियर रहे हैं और फाइटर प्लेन मिराज को अच्छी तरीके से जानते हैं. उन्होंने अपने एयर फोर्स के साथियों से हुई बातचीत के हवाले से कहा कि जब मिराज फाइटर प्लेन पीओके में एयर स्ट्राइक कर रहे थे तो पाकिस्तान की तरफ से जवाब देने के लिए F-16 ने उड़ान भरा था.
'मिराज को देख दुम दबाकर भागा पाकिस्तानी F16, नहीं तो हवा में ही उड़ा देते भारतीय पायलट'
केएन त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय वायु सेना किसी भी देश से मुकाबला करने में सक्षम है. भारतीय सेना की इस उपलब्धि को राजनीति का जरिया नहीं बनाना चाहिए. एयरफोर्स के सिपाही के नाते उन्होंने कहा कि अगर इस हमले के बाद पाकिस्तान ने किसी तरह की जवाबी कार्यवाही की तो युद्ध होना निश्चित है.
रांची: भारतीय वायु सेना की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान कांप गया है. पायलटों की सटीक रणनीति के आगे पाकिस्तान के फाइटर प्लेन F16 को उल्टे पांव लौटना पड़ा. यह दावा भारतीय वायु सेना के पूर्व फ्लाइट इंजीनियर केएन त्रिपाठी ने किया है.
दरअसल, केएन त्रिपाठी वायु सेना में फ्लाइट इंजीनियर रहे हैं और फाइटर प्लेन मिराज को अच्छी तरीके से जानते हैं. उन्होंने अपने एयर फोर्स के साथियों से हुई बातचीत के हवाले से कहा कि जब मिराज फाइटर प्लेन पीओके में एयर स्ट्राइक कर रहे थे तो पाकिस्तान की तरफ से जवाब देने के लिए F-16 ने उड़ान भरा था.
'मिराज को देख दुम दबाकर भागा पाकिस्तानी F16, नहीं तो हवा में ही उड़ा देते भारतीय पायलट'
Ex Flight Engineer of IAF K N Tripathi on Air Strike
air strike in balakaot, Air Force Mirage 2000, F16, pakistan, indian air force, kn tripathi, ex IAF flight engineer, jharkhand news, एयर स्ट्राइक, पाकिस्तान, मिराज 2000, एफ16, पाकिस्तानी लड़ाकू विमान
रांची: भारतीय वायु सेना के एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान कांप गया है. पायलटों की सटीक रणनीति के आगे पाकिस्तान के फाइटर प्लेन F16 को उल्टे पांव लौटना पड़ा. यह दावा भारतीय वायु सेना के पूर्व फ्लाइट इंजीनियर ने केएन त्रिपाठी ने किया है.
दरअसल, केएन त्रिपाठी वायु सेना में फ्लाइट इंजीनियर रहे हैं और फाइटर प्लेन मिराज को अच्छी तरीके से जानते हैं. उन्होंने अपने एयर फोर्स के साथियों से हुई बातचीत के हवाले से कहा कि जब मिराज फाइटर प्लेन पीओके में एयर स्ट्राइक कर रहे थे तो पाकिस्तान की तरफ जवाब देने के लिए F-16 उड़ान भरी थी.
भारतीय वायुसेना के जंबाज पायलटों की सटीक घेराबंदी को देख एफ-16 को नीचे उतरना पड़ा. क्योंकि भारतीय वायु सेना के पायलट चार-चार की संख्या में बंटकर पाकिस्तानी फाइटर फ्लेन को घेरने लगे. और पाकिस्तानी लड़ाकू विमान को हवा में ही मारकर गिराने की तैयारी करने लगे. इस प्लानिंग को देख एफ-16 को नीचे की ओर लौटना पड़ा.
'युद्ध होना निश्चित'
केएन त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय वायु सेना किसी भी देश से मुकाबला करने में सक्षम है. भारतीय सेना की इस उपलब्धि को राजनीति का जरिया नहीं बनाना चाहिए. एयरफोर्स के सिपाही के नाते उन्होंने कहा कि अगर इस हमले के बाद पाकिस्तान ने किसी तरह की जवाबी कार्यवाही की तो युद्ध होना निश्चित है.
Conclusion: