लखनऊ: राजधानी लखनऊ में ध्वस्त कूड़ा उठान व्यवस्था को लेकर ईटीवी भारत की खबर के बाद उसे व्यस्थित करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. ईटीवी भारत की खबर के बाद नगर निगम प्रशासन ने राजधानी लखनऊ में कूड़ा उठान की व्यवस्था बेहतर करने का जिम्मा खुद उठाने का फैसला किया है.
ईटीवी भारत में शुक्रवार को शहर के कई इलाकों की पड़ताल करते हुए व्यवस्था की पोल खोलने का काम किया था. वीआईपी कॉलोनियों में भी कूड़े के ढेर लगे हुए थे. माल एवेन्यू में मायावती आवास के आसपास भी कूड़े के ढेर लगे हुए थे. इससे लोगों को आने जाने में भी तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. ईटीवी भारत की खबर के बाद नगर निगम प्रशासन ने नई संस्था के माध्यम से कूड़ा उठाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए टेंडर प्रक्रिया (Lucknow Municipal Corporation will pick up garbage ) भी शुरू की है.
इसके साथ ही कूड़ा उठान को पटरी पर लाने के लिए नगर निगम प्रशासन डूडा की संस्था सीएलसी की मदद भी लेना का फैसला किया है. सीएलसी सदस्यों ने शुक्रवार को विभिन्न जोन का निरीक्षण कर कर्मचारियों से वार्ता भी की. इसके साथ ही नगर निगम प्रशासन द्वारा नई एजेंसी चयन के लिए टेंडर भी जारी कर दिया गया है. सभी जोन में कूड़ा उठान की जिम्मेदारी नगर निगम ने ले ली है.
कूड़ा उठाने वाली चीनी कम्पनी ईको ग्रीन की जगह लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) प्रशासन की तरफ से सभी गाड़ियों को डीजल देना शुरू कर दिया गया है. एजेंसी के लिए काम करने वालों को ही कूड़ा कलेक्शन में लगाया जा रहा है. इसको लेकर सीएलसी सदस्यों ने शुक्रवार को जानकारी दी. उनसे कहा गया है कि कोई भी कर्मचारी को हटाया नहीं जाएगा. कर्मचारियों को नगर निगम वेतन नहीं देगा, बल्कि निगम सीएलसी के खाते में पैसा भेजेगा और फिर सीएलसी कर्मचारियों के वेतन का भुगतान करेगी. कर्मचारियों का पीएफ खाता भी खोला जाएगा, साथ ही बीमा भी सुनिश्चित कराया जाएगा.
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