भोपालः शहर में आयोजित सीनियर नेशनल स्वीमिंग चैंपियनशिप 2019 के आयोजन के पहले दिन का मुकाबला समाप्त हो चुका है. चैंपियनशिप के पहले दिन 400 मीटर फ्री स्टाइल रेस में हरियाणा की तैराक शिवानी कटारिया ने पहला स्थान हासिल किया है. जीत के बाद शिवानी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. शिवानी ने बताया कि जब तक लोगों की सोच नहीं बदलेगी, तब तक तैराकी में लड़कियां आगे नहीं आ पाएंगी.
स्विमर शिवानी ने ETV भारत से की बात, कहा लोगों को सोच बदलने की जरूरत
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में सीनियर नेशनल स्वीमिंग चैंपियनशिप 2019 के पहले दिन का मुकाबला समाप्त हो चुका है. पहले दिन 400 मीटर फ्री स्टाइल रेस में हरियाणा की तैराक शिवानी कटारिया ने पहला स्थान हासिल किया है. जीत के बाद शिवानी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. शिवानी ने कहा कि तैराकी में लड़कियां तभी आगे आ पाएंगी जब लोग अपनी सोच बदलेंगे.
स्विमर शिवानी ने ETV भारत से की बात, कहा लोगों को सोच बदलने की जरूरत.
भोपालः शहर में आयोजित सीनियर नेशनल स्वीमिंग चैंपियनशिप 2019 के आयोजन के पहले दिन का मुकाबला समाप्त हो चुका है. चैंपियनशिप के पहले दिन 400 मीटर फ्री स्टाइल रेस में हरियाणा की तैराक शिवानी कटारिया ने पहला स्थान हासिल किया है. जीत के बाद शिवानी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. शिवानी ने बताया कि जब तक लोगों की सोच नहीं बदलेगी, तब तक तैराकी में लड़कियां आगे नहीं आ पाएंगी.
Intro:भोपाल- हरियाणा की तैराक शिवानी कटारिया ने आज हुई 400 मी फ्री स्टाइल रेस में पहला स्थान हासिल किया है।
इससे पहले भी शिवानी ने चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है।
Body:शिवानी ने अपने सफर के बारे में बताया कि हरियाणा से आती है और वहां पर 12 महीने स्विमिंग की प्रैक्टिस करना मौसम के कारण संभव नहीं हो पाता है, जिसके कारण उन्हें बेंगलुरु में जाकर अपनी स्विमिंग की करनी पड़ती है इस कारण से उनकी पढ़ाई में काफी डिस्टरबेंस भी होता है।
हरियाणा जैसे राज्य से आने के बारे में शिवानी का कहना है कि वहां पर जब तक लोगों की सोच नहीं सही होगी तब तक हरियाणा से स्विमिंग के खेल में लड़कियां आगे नहीं आ पाएंगे उन्हें भी लोगों की सोच के कारण आज भी कई बार ताने सुनने पड़ते हैं।
Conclusion:वही अपने खेल में इतना आगे आने के बारे में शिवानी का कहना है कि यहां तक पहुंचने में उनके परिवार का पूरा साथ रहा इस वजह से आज वह यहां पर स्टैंड करती है।
इससे पहले भी शिवानी ने चैंपियनशिप में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया है।
Body:शिवानी ने अपने सफर के बारे में बताया कि हरियाणा से आती है और वहां पर 12 महीने स्विमिंग की प्रैक्टिस करना मौसम के कारण संभव नहीं हो पाता है, जिसके कारण उन्हें बेंगलुरु में जाकर अपनी स्विमिंग की करनी पड़ती है इस कारण से उनकी पढ़ाई में काफी डिस्टरबेंस भी होता है।
हरियाणा जैसे राज्य से आने के बारे में शिवानी का कहना है कि वहां पर जब तक लोगों की सोच नहीं सही होगी तब तक हरियाणा से स्विमिंग के खेल में लड़कियां आगे नहीं आ पाएंगे उन्हें भी लोगों की सोच के कारण आज भी कई बार ताने सुनने पड़ते हैं।
Conclusion:वही अपने खेल में इतना आगे आने के बारे में शिवानी का कहना है कि यहां तक पहुंचने में उनके परिवार का पूरा साथ रहा इस वजह से आज वह यहां पर स्टैंड करती है।