लखनऊ: 4300 हजार करोड़ रुपये के बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में मोटरसाइकिलों की बरामदगी का सिलसिला लगातार जारी है. बीते दिनों लखनऊ के निगोहां के एक गोदाम से करीब 143 बाइक बरामद करने के बाद अब आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (EOW) ने बरेली, आगरा, कानपुर व बागपत से 245 और बाइकें बरामद की हैं.
ईओडब्ल्यू के मेरठ यूनिट प्रभारी के मुताबिक बाइक बोर्ड घोटाले की जांच में उत्तर प्रदेश के लखनऊ, नोएडा समेत कई जिलों में बाइकें को छिपा कर रखने की जानकारी मिली थी. इसके अलावा बरेली, आगरा, कानपुर, बागपत, मुरादाबाद, उन्नाव, गौतमबुद्धनगर, अलीगढ़, गाजियाबाद व बुलंदशहर में भी छिपाकर रखी गईं 255 मोटरसाइकिलें चिन्हित की गई थीं. EOW के अधिकारियों ने बरेली, आगरा, कानपुर, बागपत से
संबंधित जिलों के एसपी से संपर्क कर 245 बाइकें चिन्हित मोटरसाइकिलों को बरामद कर थानों में रखवाने का आग्रह किया है. इस तरह ठगी की रकम से खरीदी गईं करीब 600 से अधिक बाइकें सामने आई हैं.
सभी जिलों के कप्तान को पत्र लिखकर जानकारी दी गई है. संबंधित अन्य जिलों में भी छापेमारी कर बाइक बरामद करने की प्रक्रिया बहुत जल्द पूरी की जाएगी. पिछले दिनों लखनऊ पुलिस ने निगोहां स्थित एक गोदाम में छापेमारी कर 143 से अधिक बाइक बोट बरामद की है. पुलिस ने गोदाम मालिक कुलदीप शुक्ला और सदर निवासी अमित अग्रवाल को हिरासत में लिया था. इन्हीं के इनपुट पर EOW ने इन जिलों में कार्रवाई की है.
ये है मामला
4300 करोड़ रुपए के बाइक बोट घोटाले मामले में नोएडा में दर्जनों मुकदमे दर्ज किए गए थे. आर्थिक अपराध शाखा इन मुकदमों की जांच कर रही है. इस मामले में अब तक मास्टर माइंड बीएन तिवारी समेत एक दर्जन से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. सभी अभी जेल में ही बंद हैं. इसके तहत लोगों की गाढ़ी कमाई को हड़प कर अर्जित की गई संपत्तियों पर पुलिस की पैनी निगाह है. आरोपियों के पास मिली संपत्तियों को जब्त करने की लगातार कार्रवाई की जा रही है.
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