लखनऊ: प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने शुक्रवार को कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश को 70 साल तक अंधेरे में रखने वाली कांग्रेस का बिजली पर बयान हास्यास्पद है.
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि बहन प्रियंका रॉबर्ट वाड्रा और राहुल भैया की सरकारों द्वारा बिजली कंपनियों से पहले किए गए महंगे करार और अनियमितताओं ने बिजली व्यवस्था को गर्त में धकेल दिया है. वहीं, साढे़ 3 साल में बीजेपी सरकार ने बिजली के साथ ही प्रदेश की विकास की गाड़ी को पटरी पर लाने का काम किया है.
15 साल तक सरकारों ने किया गुमराह
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा की तिकड़ी सरकारों की गलत नीतियों के नाते ही बिजली विभाग लगभग 90 हजार करोड़ के घाटे में है. 15 साल तक इन सरकारों ने प्रदेश की जनता को गुमराह किया है. इनके समय में बिजली के नाम पर घरों में बिजली नहीं केवल बिल ही पहुंचते थे. बीजेपी के सरकार में प्रदेश के गांव को 18 तहसील मुख्यालयों को 20 और जिला मुख्यालयों को 24 घंटे निर्बाध बिजली दी जा रही है. आज सूर्यास्त से सूर्योदय तक किसी भी गांव में अंधेरा नहीं है. गांव को आज के समय में 54% ज्यादा बिजली मिल रही है.
रायबरेली में भी नहीं पहुंचा पाईं उजाला
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि प्रियंका गांधी को तो अंधेरे का एहसास ही नहीं होगा. प्रदेश को तो छोड़ ही दीजिए. कांग्रेस पार्टी अमेठी और रायबरेली के घरों में भी उजाला नहीं पहुंचा पाई. प्रदेश में बीजेपी की योगी सरकार ने 1.30 लाख मजदूरों के घरों को रोशन किया है.
शिकायत निस्तारण की दर 99.77%
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि आज उत्तर प्रदेश में पर्याप्त बिजली है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सरकार के समय जहां ग्रिड की क्षमता 16,000 मेगावाट थी. आज यह बढ़कर 24,500 मेगावाट हो चुकी है. इस बार गर्मियों में योगी सरकार ने 23,893 मेगावाट बिजली की मांग को आसानी से पूरा किया है.
मेगावाट संभावित ऊर्जा मांग के सापेक्ष 38,586 मेगावाट बिजली आपूर्ति व्यवस्था कर रखी है. उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में उपभोक्ता की सुनवाई है. 1912 पर 13 अप्रैल 2017 से अब तक आई कुल 13,04,334 शिकायतों में से 13,01,138 शिकायतों का निस्तारण किया गया है. शिकायत निस्तारण की दर 99.77% है.
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