लखनऊ: कोरोना के दौरान ड्यूटी करने वाले रोडवेज कर्मियों को राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने प्रतिदिन 300 रुपये अतिरिक्त भुगतान देने का आदेश दिया था. प्रदेश के तमाम डिपो में ड्राइवर कंडक्टर को यह धनराशि उपलब्ध भी कराई गई लेकिन अभी तक लखनऊ रीजन के ड्राइवर कंडक्टर इस अतिरिक्त राशि से वंचित हैं.
इसके लिए मंगलवार को यूपी रोडवेज इंप्लाइज यूनियन ने क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस से मुलाकात की और कर्मचारियों की समस्याएं रखी. यूनियन ने कोरोना के दौरान ड्यूटी करने वाले सभी रोडवेज कर्मियों का कोरोना टेस्ट कराए जाने की मांग की है.
रोडवेज इंप्लाइज यूनियन
रोडवेज इंप्लाइज यूनियन ने कोविड संक्रमण के दौरान काम कर रहे रोडवेज कर्मियों की जरूरी सुरक्षा और अन्य लंबित सुविधाओं के बारे में आरएम से बात की है. क्षेत्रीय अध्यक्ष रूपेश कुमार ने बताया कि महामारी के दौरान चालक-परिचालक के अतिरिक्त तमाम कर्मचारी जो रेलवे स्टेशन, अवध शिल्पग्राम और शकुंतला मिश्रा क्वारंटाइन सेंटर में लगे हुए थे. श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने का कार्य कर रहे थे. उन कर्मचारियों का भी करोना टेस्ट होना आवश्यक है. बेहतर कार्य के लिए कर्मचारियों को प्रेत्साहन स्वरूप 300 रुपये प्रति दिन के अनुसार जल्द दिया जाना चाहिए.
कर्मचारियों को दी जाए वीआईपी चिकित्सा सुविधा
वहीं क्षेत्रीय अध्यक्ष रूपेश कुमार ने कहा कि इसके अलावा निगम में कार्यरत कर्मचारियों में अगर कोरोना महामारी के लक्षण पाए जाते हैं, तो उन्हें भी अन्य विभागों के कर्मचारियों की तरह किसी भी अस्पताल में वीआईपी चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए. मुख्यमंत्री की तरफ से घोषित की गई माफी योजना को परिवहन निगम में भी लागू कराए जाने को प्रस्ताव भेजा जाएगा. इस मौके पर क्षेत्रीय मंत्री सुभाष कुमार वर्मा और वसीम सिद्दीकी भी मौजूद रहे.