लखनऊः कांग्रेस पदाधिकारियों के मान-मनौव्वल के बाद आखिरकार कर्मचारियों ने गेट तो खोल दिया, लेकिन अभी तक दोनों पक्षों के बीच सहमति नहीं बन पाई है. कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय वास्तव ने समस्या सुलझाने के लिए चार बजे तक का समय दिया है. अब परिसर के अंदर रह रहे लोगों का कहना है कि अगर चार बजे के बाद फिर से बिजली नहीं जोड़ी जाती है तो कार्यालय के अंदर ही गेट बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा.
चार बजे का दिया गया समय
कांग्रेस कार्यालय के अंदर पिछले कई सालों से रिटायर्ड कर्मचारियों का परिवार रहता है. अब यहां पर निर्माण हो रहा है. ऐसे में पदाधिकारियों ने बिजली का बिल बकाया होने के कारण तीन दिन पहले इन परिवारों की बत्ती गुल कर दी थी. ऐसे में यह सभी परिवार सुबह ही प्रदर्शन करने उतर पड़े. इस दौरान उन्होंने नौ बजे सुबह ही गेट बंद कर दिया, जिससे कर्मचारी और नेता दफ्तर के अंदर प्रवेश ही नहीं कर पाए. मौके पर पहुंची पुलिस और पदाधिकारियों ने किसी तरह समझा-बुझाकर गेट खुलवाया. इसके बाद अभी दोनों पक्षों में कई बार बात हुई, लेकिन सहमति नहीं बन पाई. कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने बताया कि चार बजे तक का समय दिया गया है, समस्या का समाधान हो जाएगा.
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लेबर से हाईकोर्ट तक चल रहा मुकदमा
पीड़ित परिवारों का यह भी आरोप है कि उन्हें सही समय पर वेतन भी नहीं मिल रहा है. उनका पार्टी पर काफी बकाया भी है. लेबर कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक मुकदमा भी लड़ा जा रहा है. कांग्रेस के नेता बताते हैं कि रिटायर्ड कर्मचारियों को एआईसीसी और पीसीसी की तरफ से भुगतान किया जाता है. काफी कर्मचारियों का बकाया भी है.