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नहीं मिला तीन महीने से वेतन तो धरने पर बैठे लोकबंधु अस्पताल के कर्मचारी - लखनऊ समाचार

यूपी की राजधानी लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग स्टॉफ धरना-प्रदर्शन कर रहा है. इन नाराज कर्मचारियों का आरोप है कि बीते तीन महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है. वहीं लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी का कहना है कि आने वाले दो-तीन दिनों में सैलेरी इनके अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगी. सैलरी पेपर पर हस्ताक्षर व मोहर लग चुके हैं.

लोकबंधु अस्पताल
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Published : Sep 1, 2021, 5:45 PM IST

लखनऊ: एक ओर जहां सीएम योगी ने सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ते का तोहफा दिया है वहीं राजधानी के अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को बीते तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. राजधानी के लोकबंधु अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ वेतन नहीं मिलने से नाराज है जिसके कारण बुधवार सुबह सात बजे से स्टाफ प्रदर्शन कर रहा है. इनका आरोप है कि वे संविदा कर्मचारी हैं और बीते तीन महीने से उनको वेतन नहीं मिल रहा है. लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में हंगामे के बाद धरना प्रदर्शन जारी है. वहीं इस प्रदर्शन से मरीजों को समस्या हो रही है.सुबह से अब तक पूरा दिन बीत गया लेकिन मरीजों का पर्चा नहीं बना. इतना ही नहीं अस्पताल की ओपीडी भी प्रभावित रही.

प्रदर्शन कर रही सविंदा कर्मचारियों ने बताया कि हम लोग बीते 21 अगस्त से लगातार अपनी समस्या को लेकर अस्पताल प्रसाशन से गुहार लगा रहे थे. वेतन की मांग करने पर अस्पताल प्रसाशन की ओर से निष्कासित कर देने का फरमान जारी हुआ. जिसकी वजह से अब सभी सड़कों पर उतर आए हैं.

कोरोना काल में दिन-रात ड्यूटी पर मुस्तैद रहकर नागरिक अस्पताल के कच्चे कर्मचारियों ने जान की परवाह न करते हुए सेवाएं दीं, अब उन्हीं वार्ड ब्वॉय, स्टॉफ नर्स, लैब टेक्नीशियन और सफाई कर्मचारियों को वेतन के लिए ठोकरें खानी पड़ रही हैं. तीन महीने तक वेतन नहीं मिलने से परेशान कर्मचारी आज कामकाज त्याग कर सुबह से ही धरना देने बैठ गए.

नाराज नर्सिंग स्टाफ के प्रदर्शन के चलते अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने आए मरीज मरीजों का पर्चा नहीं बन पाया सुबह 8 बजे से प्रदर्शन शुरू हुआ. सुबह से ही मरीज पर्चा बनवाने के लिए लाइन में लगे होते हैं लेकिन पर्चा काउंटर बंद होने की वजह से मरीजों का पर्चा तक नहीं बन पाया.अस्पताल की ओपीडी से लेकर लैब तक सभी काउंटर बंद रहे अस्पताल में दर्जनों मरीज बिना इलाज कराए ही वापस लौट गए.

लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया बीते 15 जून को विकास कंपनी के कर्मचारियों को अस्पताल में नियुक्ति दी गई थी. कोविड काल में खराब स्थिति और जरूरत को देखते हुए इन सभी की नियुक्ति हुई थी. बैंक में कुछ दिक्कत होने की वजह से अभी तक इनके एकाउंट में पैसे ट्रांसफर नहीं हुए हैं. चूंकि इनकी नियुक्ति हाल ही में हुई थी ऐसे में नई सैलरी बनने में समय लगता है. आने वाले दो-तीन दिनों में सैलेरी इनके अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगी. सैलरी पेपर पर हस्ताक्षर व मोहर लग चुके हैं.

लखनऊ: एक ओर जहां सीएम योगी ने सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ते का तोहफा दिया है वहीं राजधानी के अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ को बीते तीन महीने से वेतन नहीं मिला है. राजधानी के लोकबंधु अस्पताल का नर्सिंग स्टाफ वेतन नहीं मिलने से नाराज है जिसके कारण बुधवार सुबह सात बजे से स्टाफ प्रदर्शन कर रहा है. इनका आरोप है कि वे संविदा कर्मचारी हैं और बीते तीन महीने से उनको वेतन नहीं मिल रहा है. लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में हंगामे के बाद धरना प्रदर्शन जारी है. वहीं इस प्रदर्शन से मरीजों को समस्या हो रही है.सुबह से अब तक पूरा दिन बीत गया लेकिन मरीजों का पर्चा नहीं बना. इतना ही नहीं अस्पताल की ओपीडी भी प्रभावित रही.

प्रदर्शन कर रही सविंदा कर्मचारियों ने बताया कि हम लोग बीते 21 अगस्त से लगातार अपनी समस्या को लेकर अस्पताल प्रसाशन से गुहार लगा रहे थे. वेतन की मांग करने पर अस्पताल प्रसाशन की ओर से निष्कासित कर देने का फरमान जारी हुआ. जिसकी वजह से अब सभी सड़कों पर उतर आए हैं.

कोरोना काल में दिन-रात ड्यूटी पर मुस्तैद रहकर नागरिक अस्पताल के कच्चे कर्मचारियों ने जान की परवाह न करते हुए सेवाएं दीं, अब उन्हीं वार्ड ब्वॉय, स्टॉफ नर्स, लैब टेक्नीशियन और सफाई कर्मचारियों को वेतन के लिए ठोकरें खानी पड़ रही हैं. तीन महीने तक वेतन नहीं मिलने से परेशान कर्मचारी आज कामकाज त्याग कर सुबह से ही धरना देने बैठ गए.

नाराज नर्सिंग स्टाफ के प्रदर्शन के चलते अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने आए मरीज मरीजों का पर्चा नहीं बन पाया सुबह 8 बजे से प्रदर्शन शुरू हुआ. सुबह से ही मरीज पर्चा बनवाने के लिए लाइन में लगे होते हैं लेकिन पर्चा काउंटर बंद होने की वजह से मरीजों का पर्चा तक नहीं बन पाया.अस्पताल की ओपीडी से लेकर लैब तक सभी काउंटर बंद रहे अस्पताल में दर्जनों मरीज बिना इलाज कराए ही वापस लौट गए.

लोकबंधु अस्पताल के एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया बीते 15 जून को विकास कंपनी के कर्मचारियों को अस्पताल में नियुक्ति दी गई थी. कोविड काल में खराब स्थिति और जरूरत को देखते हुए इन सभी की नियुक्ति हुई थी. बैंक में कुछ दिक्कत होने की वजह से अभी तक इनके एकाउंट में पैसे ट्रांसफर नहीं हुए हैं. चूंकि इनकी नियुक्ति हाल ही में हुई थी ऐसे में नई सैलरी बनने में समय लगता है. आने वाले दो-तीन दिनों में सैलेरी इनके अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगी. सैलरी पेपर पर हस्ताक्षर व मोहर लग चुके हैं.

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