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कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पर इस वजह से लगा ताला

लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय पर कर्मचारियों ने ताला लटका दिया है. कर्मचारियों का कहना है कि स्थाई कर्मचारियों को निकालकर ठेके पर कर्मचारी रखे जा रहे हैं.

कर्मचारियों में रोष
कर्मचारियों में रोष
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Published : Jun 8, 2022, 6:39 PM IST

लखनऊ: राजधानी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर बुधवार को कर्मचारियों ने ताला लगा दिया. कर्मचारियों के मुताबिक पार्टी द्वारा कार्यालय पर ठेका व्यवस्था शुरू की जा रही है. स्थाई कर्मचारियों को निकालकर ठेके पर कर्मचारी रखे जा रहे हैं. इसके विरोध में सभी कर्मचारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए.

अचानक सेवाएं समाप्त का नोटिस मिलने से कर्मचारियों में रोष

कर्मचारियों ने बताया कि 6 जून को पार्टी द्वारा उनकी सेवाएं समाप्त किए जाने का नोटिस जारी किया गया. इसमें उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त किए जाने और अपने हिसाब-किताब लेने की हिदायत दी गई. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक पद पर कार्यरत रहीं शर्मावति तिवारी ने बताया कि एक और जहां प्रियंका गांधी महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करती है. दूसरी ओर उन्हीं के कार्यालय महिलाओं की नौकरी से मनमाने ढंग से निकाला जा रहा है. नौकरी समाप्त करने का नोटिस पुरानी तारीख पर जारी किया गया है. उनका कहना है पार्टी यह काम अब आउटसोर्सिंग पर कराने का मन बना रही है.

यह भी पढ़ें- यूपी के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में मिलेंगी 294 किस्म की मुफ्त दवाएं

वहीं, एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि परेशानी इस बात से नहीं है कि नौकरी से निकाला जा रहा है. लेकिन कुछ नियम है कुछ कानून है. उस प्रक्रिया के तहत निकाला जाता है. यहां तो बैक डेट पर नोटिस थमा दिया गया कि आपको काम नहीं करना है.

बता दें कि कर्मचारी घंटों तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बरामदे में बैठकर धरना देते रहे. इस दौरान पार्टी के उपाध्यक्ष और प्रभारी प्रशासन योगेश दीक्षित समेत उनकी टीम कार्यालय में मौजूद थी, लेकिन कर्मचारियों को सुनने के लिए कोई भी आगे नहीं आया. मीडिया ने जब उनसे बात करने की कोशिश की तो उनकी तरफ से कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया गया.

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लखनऊ: राजधानी में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर बुधवार को कर्मचारियों ने ताला लगा दिया. कर्मचारियों के मुताबिक पार्टी द्वारा कार्यालय पर ठेका व्यवस्था शुरू की जा रही है. स्थाई कर्मचारियों को निकालकर ठेके पर कर्मचारी रखे जा रहे हैं. इसके विरोध में सभी कर्मचारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए.

अचानक सेवाएं समाप्त का नोटिस मिलने से कर्मचारियों में रोष

कर्मचारियों ने बताया कि 6 जून को पार्टी द्वारा उनकी सेवाएं समाप्त किए जाने का नोटिस जारी किया गया. इसमें उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त किए जाने और अपने हिसाब-किताब लेने की हिदायत दी गई. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में वरिष्ठ लिपिक पद पर कार्यरत रहीं शर्मावति तिवारी ने बताया कि एक और जहां प्रियंका गांधी महिलाओं के सशक्तिकरण की बात करती है. दूसरी ओर उन्हीं के कार्यालय महिलाओं की नौकरी से मनमाने ढंग से निकाला जा रहा है. नौकरी समाप्त करने का नोटिस पुरानी तारीख पर जारी किया गया है. उनका कहना है पार्टी यह काम अब आउटसोर्सिंग पर कराने का मन बना रही है.

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वहीं, एक अन्य कर्मचारी ने कहा कि परेशानी इस बात से नहीं है कि नौकरी से निकाला जा रहा है. लेकिन कुछ नियम है कुछ कानून है. उस प्रक्रिया के तहत निकाला जाता है. यहां तो बैक डेट पर नोटिस थमा दिया गया कि आपको काम नहीं करना है.

बता दें कि कर्मचारी घंटों तक उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बरामदे में बैठकर धरना देते रहे. इस दौरान पार्टी के उपाध्यक्ष और प्रभारी प्रशासन योगेश दीक्षित समेत उनकी टीम कार्यालय में मौजूद थी, लेकिन कर्मचारियों को सुनने के लिए कोई भी आगे नहीं आया. मीडिया ने जब उनसे बात करने की कोशिश की तो उनकी तरफ से कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया गया.

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