लखनऊ : पीजीआई कोतवाली क्षेत्र के तेलीबाग स्थित गंगा सिंचाई भवन कार्यालय (Ganga Irrigation Bhawan office) पर कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. कर्मचारियों का आरोप है कि न्यायालय के फैसले और श्रमायुक्त के निर्देश जारी किए जाने के बाद भी सिंचाई विभाग हटाए गए कर्मचारियों का समायोजन नहीं कर रहा है.
इरीगेशन डिपार्टमेंट इंप्लाइज यूनियन से सम्बद्ध राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के प्रांतीय महामंत्री सुरेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय पार्क कल्ली पश्चिम पीजीआई में वर्ष 2001 से 2016 तक मुख्य अभियन्ता कार्य कर रहे थे. 2016 में ही इन कर्मचारियों को यह कह कर हटा दिया गया कि विभाग के पास देने के लिए धन नहीं है. कर्मचारी नेताओं का कहना था कि श्रमायुक्त के निर्देश जारी किए जाने के बाद भी विभाग के संबंधित अधिकारी इनका समायोजन नहीं कर रहे हैं. उसी आदेश का अनुपालन कराने के लिए मंगलवार से अनिश्चित कालीन धरना प्रारम्भ किया गया है. उन्होंने कहा कि विभाग ने समुचित कार्रवाई नहीं की तो आवश्यकता पड़ने पर आमरण अनशन भी किया जायेगा.
सुरेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सेवा के दौरान विभाग द्वारा कर्मचारियों को कम वेतन का भुगतान किया जाता था. जिसके सम्बन्ध में भी न्यायालय में वाद दायर किया गया था. न्यायालय ने उसमें भी हटाए गए कर्मचारियों को विभाग का कर्मचारी मानते हुए वेतन बकाए का 32 लाख रुपए विभाग को जमा करवाने के निर्देश जारी किए हैं.
यह भी पढ़ें : मायावती ने किया ट्वीट, यूपी में दलितों के साथ लगातार बढ़ रहीं अत्याचार की घटनाएं
कर्मचारी यूनियन के महामंत्री का कहना था कि पिछले 6 वर्षों से बिना किसी कारण के गरीब कर्मचारियों को विभाग ने काम से हटा दिया गया. जिसके बाद कर्मचारियों को परिवार का पेट भरने के लिए मजदूरी करनी पड़ी. कई कर्मचारी डिप्रेशन का शिकार हो गए, लेकिन विभाग के फैसले के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहे. अब जब तक समायोजन नहीं हो जाता धरना जारी रहेगा.
यह भी पढ़ें : प्रदेश में 9288 विद्युत सखियों ने सरकार के राजस्व में की 226.3 करोड़ की वृद्धि