लखनऊ: राजाजीपुरम से गोमती नदी तक जाने वाले हैदर कैनाल पर एलिवेटेड रोड तो नहीं बनी, लेकिन अवैध कब्जे जरूर हो गए. दरअसल सड़क बनाने का प्रोजेक्ट करीब 20 साल पहले बना था. हैदर कैनाल के दोनों तरफ राजाजीपुरम से लेकर करीब 6 किलोमीटर तक पक्के निर्माण हो चुके हैं. इतना ही नहीं, यहां रहने वाले लोगों के वोटर आईडी और आधार कार्ड भी बन चुके हैं. साथ ही कुछ घरों में प्रीपेड बिजली कनेक्शन भी लोगों ने ले लिया है.
20 साल से हो रहा प्रयास
- हैदर कैनाल 14 किलोमीटर लंबा है.
- इसकी चौड़ाई 40 से 70 मीटर है.
- घनी आबादी में राजाजीपुरम से गोल चौराहे तक नाले की लंबाई 8.26 किलोमीटर है.
- करीब 20 साल से हैदर कैनाल पर एलिवेटेड रोड बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
- रोड का निर्माण अभी तक न हो पाने के कारण इसके किनारे दोनों तरफ अवैध कब्जे गए हैं.
- कई साल पहले नाले के किनारे लोगों ने झोपड़ी बनाकर कब्जा कर लिया, लेकिन अब यह झोपड़ी पक्के मकानों में तब्दील हो चुकी है.
यह बड़ा प्रोजेक्ट है. अटल जी ने जब इसकी योजना बनाई थी, उसके बाद कई सरकारें आईं, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, फाइले कूड़े में चली गईं. इस सरकार में फिर से प्रयास किया जा रहा है. सड़क के निर्माण शुरू होते ही अवैध बस्ती में रह रहे लोगों को हटना पड़ेगा.
-सुरेश श्रीवास्तव, विधायक, प. विधानसभा, लखनऊ