लखनऊ: पिछले दिनों लखनऊ के होटल लेवाना में भीषण आग लगने की घटना हुई थी. इसमें कई लोगों की जलकर मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे. आग लगने के कारणों की जांच के लिए कमिश्नर लखनऊ और पुलिस कमिश्नर को नियुक्त किया गया. इसमें बिजली विभाग की भी लापरवाही सामने आई. लिहाजा, ऊर्जा विभाग को होटल को कनेक्शन देने में बरती गई लापरवाही में शामिल अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया. रविवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खंगारौत ने बिजली विभाग के दो इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया.
लेवाना होटल में लगी आग की जांच में विभिन्न विभागों के डेढ़ दर्जन से ज्यादा अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है. इनमें दो अधिकारी बिजली विभाग के भी शामिल हैं. रविवार को मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खंगारौत ने इन दोनों अधिकारियों पर निलंबन की कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए. तत्कालीन अवर अभियंता राजेश कुमार मिश्रा जो उस समय राजभवन उपकेंद्र में तैनात थे.
उन्हें इस मामले में जिम्मेदार मानते हुए विभाग की तरफ से निलंबन की कार्रवाई की गई. अब वे जांच पूरी होने तक मध्यांचल मुख्यालय में अटैच रहेंगे. वर्तमान में राजेश कुमार मिश्रा लखीमपुर खीरी (प्रथम) में अधिशासी अभियंता के पद पर तैनात थे. इसके अलावा तत्कालीन अवर अभियंता क्लाइड रोड आशीष मिश्रा को भी होटल लिवाना के 250 किलोवाट कनेक्शन मामले में जिम्मेदार माना गया. उन पर सस्पेंशन की कार्रवाई की गई है.
वर्तमान में आशीष मिश्रा संडीला उपकेंद्र के उपखंड अधिकारी के पद पर तैनात हैं. निलंबन के बाद उन्हें अयोध्या मंडल के मुख्य अभियंता कार्यालय से अटैच किया गया है. जांच पूरी होने तक दोनों ही अधिकारी इन्हीं कार्यालयों से संबद्ध रहेंगे. होटल में लगी आग की घटना के लिए विद्युत सुरक्षा निदेशालय के भी एक अधिकारी को दोषी ठहराया गया है. उन पर भी निलंबन की कार्रवाई निदेशालय की तरफ से होनी है. जांच टीम की तरफ से संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है.
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