वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बिजली विभाग की लापरवाही का एक मामला सामने आया है. यहां पर एक निजी स्कूल को बिजली विभाग ने लगभग 6 अरब रुपए का बिजली का बिल भेजा है. बिल को देखकर प्रबंधक सहित स्कूल मैनेजमेंट पूरी तरह से हैरान और परेशान हैं.
स्कूल को भेजा 6 अरब का बिजली बिल-
उत्तर प्रदेश सरकार में बिजली के दाम महंगे हो गए हैं, जिससे उपभोक्ता के बजट पर काफी प्रभाव पड़ा है. बिजली के दाम बढ़ोतरी के एक दिन बाद ही पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बिजली विभाग की लापरवाही का मामला सामने आया है. दरअसल वाराणसी एक निजी स्कूल के प्रबंधक के पास करीब 6 अरब 18 करोड़ 51 लाख रुपये के बिजली का बिल आया है. शिकायत करने के बाद भी अब तक बिजली विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है. यह मामला भेलूपुर थाना अंतर्गत विनायका कॉलोनी के स्कूल की है.
ये भी पढ़ें:-अगर आपके पास है दमदार आइडिया, तो कानपुर IIT देगा दस लाख रुपया !
जब मैंने बिजली का बिल देखा तो मुझे सचमुच विश्वास नहीं हुआ था. मैंने कई बार उसे देखा और फिर कई लोगों से पूछा सबने कहा कि हां वाकई 6 अरब रुपए का बिजली का बिल है. बिजली बिल की शिकायत पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंधक निर्देशक के दफ्तर में किया था, लेकिन वहां पर उन्होंने सॉफ्टवेयर की गड़बड़ी बताकर वापस भेज दिया.
-योगेंद्र मिश्रा, को-ऑर्डिनेटर,