लखनऊ: हजारों निवेशकों के जीवन भर की जमा पूंजी को लूटने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने आखिरकार चौथी नोटिस देने के बाद भारतीय विदेश सेवा अधिकारी आईएफएस निहारिका सिंह पेश हुईं. ईडी ने सोमवार को घंटों निहारिका सिंह से पूछताछ की. आज भी निहारिका सिंह ईडी के जोनल ऑफिस पहुंचेंगी. वहां उनसे एक बार फिर पूछताछ (ED will interrogate IFS Niharika Singh) का दौर शुरू होगा. बता दें कि इस घोटाले में इंडोनेशिया के बाली स्थित वाणिज्यिक दूतावास में तैनात निहारिका सिंह के पति अजीत सिंह मुख्य आरोपी है.
ठग कंपनी के पैसों ने निहारिका ने खरीदा आलीशान मकान: सूत्रों के मुताबिक, निवेशकों की खून पसीने की कमाई लूटकर भागी अनी बुलियन ग्रुप ऑफ कंपनीज (Anee Bullion Group of Companies 150 crore fraud case) के खिलाफ जांच कर रही ईडी की जांच में सामने आया था कि, आईएफएस निहारिका सिंह ने राजधानी लखनऊ में अपने नाम से एक मकान की रजिस्ट्री करवाई थी, विक्रेता को किया गया भुगतान अनी बुलियन ग्रुप ऑफ कंपनीज के अकाउंट्स से हुआ था.
इतना ही नहीं अनी बुलियन ग्रुप ऑफ कंपनी से आईएफएस अधिकारी के खाते में भी कई बार पैसे ट्रांसफर किए हुए थे. सूत्रों के मुताबिक, इन्ही सवालों को लेकर एजेंसी ने निहारिका सिंह से पूछताछ की थी. वह कई सवालों के जवाब देने में वो आना कानी करती रहीं, हालांकि पैसों के ट्रांसफर पर निहारिका सिंह ने एजेंसी को बताया कि वो इस कंपनी का प्रमोशन करती थीं. उसी का भुगतान उन्हें किया जाता था. सोमवार सुबह करीब 12 बजे शुरू हुई पूछताछ साढ़े सात बजे तक चली. आज भी निहारिका से एजेंसी पूछताछ करेगी.
IFS पत्नी की PM के साथ फोटो दिखा निवेशकों को लूटा: अनी बुलियन कंपनी में पैसा लगाने वाले निवेशकों का आरोप है कि कंपनी के मालिक अजीत गुप्ता और उनके साथियों ने आईएफएस अधिकारी निहारिका सिंह की प्रधानमंत्री, उप राष्ट्रपति व अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ फोटो दिखाकर उन्हे झांसे में लिया था. इतना ही नहीं उन्हें 20 से 40 प्रतिशत तक अधिक रिटर्न करने का भरोसा दिला अलग-अलग योजनाओं में पैसे निवेश कराया गया था.
ईडी ने 2019 में शुरू की थी जांच, करोड़ों की संपत्ति हो चुकी जब्त: प्रवर्तन निदेशालय ने वर्ष 2019 में अनी बुलियन ग्रुप ऑफ कंपनी के मालिकों के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था. इसके अलावा लखनऊ, अयोध्या समेत कई जिलों में इस कंपनी के खिलाफ सौ से ज्यादा मुकदमे दर्ज है. कंपनी के मालिक अजीत कुमार गुप्ता को एसटीएफ जुलाई 2020 को लखनऊ से गिरफ्तार कर चुकी है. इतना ही नहीं ईडी ने अप्रैल माह में सात करोड़ से अधिक कीमत की दिल्ली, लखनऊ और अमेठी में कंपनी के 20 भूखंडों एवं भवनों को अपने कब्जे में लिया था. आईएफएस निहारिका सिंह से ईडी पूछताछ करेगी.
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