लखनऊ: बाइक बोट घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने हापुड़ से मनोज त्यागी की गिरफ्तारी की है. मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मनोज त्यागी पर शिकंजा कसा गया है. ईडी की टीम ने मैसर्स एफ7 ब्रॉडकास्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पूर्व निदेशक मनोज त्यागी के यहां छापेमारी करके धन शोधन रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के अंतर्गत उनको गिरफ्तार किया है. सोमवार को आरोपी मनोज त्यागी को ईडी कोर्ट में पेश किया गया. मनोज त्यागी को तीन दिन के लिए ईडी की कस्टडी में सौंपने का आदेश दिया है. अभियुक्त की कस्टडी रिमांड की अवधि सोमवार शाम से शुरू होगी. उन पर आरोप है कि करोड़ों रुपये के वित्तीय लेन-देन को करवाने, भौतिक तत्वों को छुपाने और एजेंसी को गुमराह करने पर यह कार्रवाई की गई है.
ईडी ने मनोज त्यागी को किया गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने बाइक बोट मामले में मनोज त्यागी को गिरफ्तार किया है. सोमवार को उनको कोर्ट में भी पेश किया गया है. ईडी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. इस घोटाले में गर्वित इन्नोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड मनोज त्यागी की कंपनी के संबंधों के आधार पर कार्रवाई की गई है. ईडी इस मामले में मनोज त्यागी से पूछताछ करेगी और उनकी इस घोटाले में भूमिका को लेकर साक्ष्य जुटाएगी.
कैसे हुआ बाइक बोट घोटाला
देश में ओला, उबर की तर्ज पर बाइक टैक्सी चलाने के लिए एक प्रोजेक्ट तैयार किया गया. बाइक बोट कंपनी के माध्यम से 175000 निवेशकों से हजारों करोड़ रुपये की ठगी की गई. इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय और ईओडब्ल्यू की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है.
कंपनी के पैसे ठिकाने लगाता था मनोज त्यागी
ईडी के मुताबिक एफ7 ब्रॉडकास्ट प्राइवेट लिमिटेड का पूर्व निदेशक त्यागी इस घोटाले के मुख्य आरोपी विजेंद्र सिंह हुड्डा के सबसे करीबियों में से एक था और उसके करोड़ों रुपये ठिकाने लगाने में उसकी मदद करता था. मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार त्यागी सोमवार को लखनऊ में विशेष अदालत में पेश हुआ.