ETV Bharat / state

लखनऊ: मोहर्रम में खराब तबर्रुक से नाराज नवाबीन-ए-अवध, करेंगी पीएम मोदी से शिकायत

यूपी के लखनऊ में हुसैनाबाद ट्रस्ट से मोहर्रम में भेजे जा रहे खराब क्वालिटी की तबर्रुक से नवाबों के वंशज काफी नाराज हैं. उन्होंने इसकी शिकायत अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की है. कार्रवाई न करने पर पीएम मोदी से शिकायत करने की बात कही है.

खराब तबर्रुक से नवाबों के वंशज नाराज.
author img

By

Published : Sep 9, 2019, 11:14 PM IST

लखनऊ: नवाबों के शहर में 1839 में बना हुसैनाबाद ट्रस्ट पिछले 180 सालों से मोहर्रम में नवाबों के वंशजों को शाही तबर्रुक रिवायत के मुताबिक बांट रहा है. वहीं दिन-ब-दिन मोहर्रम के तबर्रुक की खराब क्वालिटी को लेकर नवाबों के वारिसों में नाराजगी है.

खराब तबर्रुक से नवाबों के वंशज नाराज.


ट्रस्ट से भेजे जा रहे तबर्रुक से नवाबीन-ए-अवध नाराज-
हुसैनाबाद ट्रस्ट की ओर से मोहर्रम में दिए जाने वाले तबर्रुक से इस बार नवाबीन-ए-अवध काफी नाराज दिख रहे हैं. अवध के तीसरे बादशाह मोहम्मद अली शाह की वारिस प्रिन्सेस फरहाना मलिकी और नवाबीन-ए-अवध निगहत काजिम का कहना है कि 1839 में हुसैनाबाद ट्रस्ट इसलिए कायम किया गया था कि नवाबों के वारिसों को कोई परेशानी न हो. ट्रस्ट की ओर से शाही तबर्रुक की जो रिवायत चली आ रही है उसमें भी ट्रस्ट बड़ी लापरवाही कर रहा है. उन्होंने कहा कि मोहर्रम के दौरान मिलने वाले शाही तबर्रुक खाने लायक नहीं होता है.


अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की गई शिकायत-
इसकी शिकायत उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद गैयरुल हसन रिजवी से की है. उनका कहना है कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो इस मामले की शिकायत प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी से भी की जाएगी.


वहीं शिया समुदाय से आने वाली समाजसेवी फरजाना आब्दी का कहना है कि लखनऊ के नवाबों की शान शौकत पूरी दुनिया में मशहूर है. मोहर्रम के तबर्रुक को लेकर हुसैनाबाद ट्रस्ट लापरवाही बरत रहा है. इस पर जिला प्रशासन को संजीदा होने की जरूरत है.

लखनऊ: नवाबों के शहर में 1839 में बना हुसैनाबाद ट्रस्ट पिछले 180 सालों से मोहर्रम में नवाबों के वंशजों को शाही तबर्रुक रिवायत के मुताबिक बांट रहा है. वहीं दिन-ब-दिन मोहर्रम के तबर्रुक की खराब क्वालिटी को लेकर नवाबों के वारिसों में नाराजगी है.

खराब तबर्रुक से नवाबों के वंशज नाराज.


ट्रस्ट से भेजे जा रहे तबर्रुक से नवाबीन-ए-अवध नाराज-
हुसैनाबाद ट्रस्ट की ओर से मोहर्रम में दिए जाने वाले तबर्रुक से इस बार नवाबीन-ए-अवध काफी नाराज दिख रहे हैं. अवध के तीसरे बादशाह मोहम्मद अली शाह की वारिस प्रिन्सेस फरहाना मलिकी और नवाबीन-ए-अवध निगहत काजिम का कहना है कि 1839 में हुसैनाबाद ट्रस्ट इसलिए कायम किया गया था कि नवाबों के वारिसों को कोई परेशानी न हो. ट्रस्ट की ओर से शाही तबर्रुक की जो रिवायत चली आ रही है उसमें भी ट्रस्ट बड़ी लापरवाही कर रहा है. उन्होंने कहा कि मोहर्रम के दौरान मिलने वाले शाही तबर्रुक खाने लायक नहीं होता है.


अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष से की गई शिकायत-
इसकी शिकायत उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद गैयरुल हसन रिजवी से की है. उनका कहना है कि अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो इस मामले की शिकायत प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी से भी की जाएगी.


वहीं शिया समुदाय से आने वाली समाजसेवी फरजाना आब्दी का कहना है कि लखनऊ के नवाबों की शान शौकत पूरी दुनिया में मशहूर है. मोहर्रम के तबर्रुक को लेकर हुसैनाबाद ट्रस्ट लापरवाही बरत रहा है. इस पर जिला प्रशासन को संजीदा होने की जरूरत है.

Intro:नवाबों के शहर लखनऊ में सन 1839 में बना हुसैनाबाद ट्रस्ट पिछले 180 सालों से मोहर्रम में नवाबों के वंशजों को शाही तबर्रुक रिवायत के मुताबिक बता रहा है लेकिन दिन-ब-दिन मोहर्रम के तबर्रुक की खराब क्वालिटी को लेकर नवाबों के बारिशों में भारी नाराजगी है उनका कहना है कि ट्रस्ट की ओर से जो तबर्रुक भेजा जा रहा है वह खाने लायक नहीं है जिससे नाराज होकर इसकी शिकायत उन्होंने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष से की है और अगर जल्द ही कोई कार्रवाई इस पर नहीं होती है तो वह इसकी शिकायत देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से भी करेंगे।


Body:हुसैनाबाद ट्रस्ट की ओर से मोहर्रम में नवाबीन ए अवध को दिए जाने वाले तबर्रुक से इस बार नवाबीने अवध काफी नाराज दिख रहे हैं। इस मामले पर अवध के तीसरे बादशाह मोहम्मद अली शाह की वारिस प्रिन्सेस फरहाना मलिकी और नवाबीन ए अवध निगहत काज़िम का कहना है कि 1839 में हुसैनाबाद ट्रस्ट इसलिए कायम किया गया था कि नवाबों के वारिसान को कोई परेशानी ना पेश होने पाए लेकिन ट्रस्ट की ओर से शाही तबर्रुक की जो रिवायत चली आ रही है उसमें भी ट्रस्ट बड़ी लापरवाही कर रहा है उन्होंने कहा कि मोहर्रम के दौरान मिलने वाले शाही तबर्रुक खाने लायक नहीं होता है जिसकी शिकायत उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष गय्यरुल हसन रिज़वी से की है उनका कहना है कि अगर कोई कार्यवाही नहीं होती है तो इस मामले की शिकायत प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी से भी की जाएगी।


बाइट- प्रिन्सेस फरहाना मलिकी, अध्यक्ष, रॉयल फैमिली ऑफ अवध

बाइट2- निगहत काज़िम, नवाबीन ए अवध

तो वहीं शिया समुदाय से आने वाली समाजसेवी फरज़ाना आब्दी का कहना है कि लखनऊ के नवाबों की शान शौकत पूरी दुनिया में मशहूर है लेकिन मोहर्रम के तबर्रूक को लेकर जिस तरीके से हुसैनाबाद ट्रस्ट लापरवाही बरत रहा है वह बदनामी का सबब है जिस पर जिला प्रशासन को संजीदा होने की ज़रूरत है।

बाइट3- फरज़ाना आब्दी, समाज सेवी


Conclusion:हम आपको बताते चलें कि हुसैनाबाद ट्रस्ट कायम करने का मकसद था कि नवाबों के द्वारा बनाई गई इमारतें, मोहर्रम के शाही जुलूस और नवाबीन ए अवध की देखरेख सदियों तक होती रहे लेकिन इन दिनों मोहर्रम के तबर्रुक को लेकर नवाबों के वारिस नाराजगी के साथ इसको अपना अपमान मान रहे हैं।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.