लखनऊ: प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत और भरोसेमंद बनाने के लिए योगी सरकार लगातार कड़े फैसले ले रही है. अनियमतिता बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में भ्रष्टाचार के आरोप में बुलंदशहर के एसएसपी एन कोलांची को निलंबित कर दिया गया है. एन कोलांची के निलंबन के बाद संतोष कुमार को बुलंदशहर का एसएसपी बनाया गया है.
भ्रष्टाचार के आरोप में एसएसपी बुलंदशहर एन कोलांची निलंबित - मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं. इस क्रम में कानून व्यवस्था के प्रति सजग न रहने वाले व भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने वाले अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है. ताजा मामले में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे बुलंदशहर के एसएसपी एन कोलांची को निलंबित कर दिया गया है.
बुलंदशहर एसएसपी निलबिंत.
लखनऊ: प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत और भरोसेमंद बनाने के लिए योगी सरकार लगातार कड़े फैसले ले रही है. अनियमतिता बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में भ्रष्टाचार के आरोप में बुलंदशहर के एसएसपी एन कोलांची को निलंबित कर दिया गया है. एन कोलांची के निलंबन के बाद संतोष कुमार को बुलंदशहर का एसएसपी बनाया गया है.
बुलंदशहर एसएसपी निलंबित.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह की रिपोर्ट के आधार पर जनपद बुलंदशहर के कानून व्यवस्था एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर एन कोलांची की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई. जांच में कोलांची की ओर से थाना अध्यक्ष एवं प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनाती में अनियमितता किए जाने का मामला सामने आया. कोलांची ने निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन न करने के मनमाने तरीके से निरीक्षक थाना अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी. साथ ही थानाध्यक्ष को बहुत ही कम अवधि में स्थानांतरित कर दिया. दो थानाध्यक्षों को 7 दिन से कम की तैनाती दी गई, जबकि एक थानाध्यक्ष को मात्र 35 दिन में ही बदल दिया गया.
बुलंदशहर एसएसपी निलंबित.
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह की रिपोर्ट के आधार पर जनपद बुलंदशहर के कानून व्यवस्था एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर एन कोलांची की कार्यप्रणाली की समीक्षा की गई. जांच में कोलांची की ओर से थाना अध्यक्ष एवं प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनाती में अनियमितता किए जाने का मामला सामने आया. कोलांची ने निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन न करने के मनमाने तरीके से निरीक्षक थाना अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी. साथ ही थानाध्यक्ष को बहुत ही कम अवधि में स्थानांतरित कर दिया. दो थानाध्यक्षों को 7 दिन से कम की तैनाती दी गई, जबकि एक थानाध्यक्ष को मात्र 35 दिन में ही बदल दिया गया.
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लोकसभा चुनाव 2019 के बाद आला अधिकारी के ट्रांसफर पोस्टिंग की गई थी। जिस्के बाद बड़े पैमाने पर आईपीएस अधिकारी व पीपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए वहीं अब कानून व्यवस्था के प्रति सजग ना रहने वाले व भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने वाले अधिकारियों पर योगी आदित्यनाथ सख्त हो गए हैं इसी का नतीजा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने भ्रष्टाचार के इल्जाम में बुलंदशहर के एसएसपी एन कोलांची को निलंबित कर दिया है एन कोलांची के निलंबन के बाद संतोष कुमार को बुलंदशहर का एसएसपी बनाया गया है।
Body:वियो
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया की पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह की रिपोर्ट के आधार पर जनपद बुलंदशहर के कानून व्यवस्था एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर एन कोलांची की कार्यप्रणाली की समीक्षा किए जाने पर पता चला कि कोलांची द्वारा थाना अध्यक्ष एवं प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनाती में अनियमितता की जा रही हैं उनके द्वारा इस संबंध में निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन ना कर के मनमाने पूर्ण तरीके से निरीक्षक थाना अध्यक्षों की नियुक्ति की गई एवं थानाध्यक्ष को बहुत ही कम अवधि में स्थानांतरित कर दिया गया। उदाहरण के तौर पर दो थाना देशों को 7 दिन से कम तैनाती दी गई एक थानाध्यक्ष को मात्र 35 दिन में बदल दिया गया जो पुलिस महानिदेशक द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के बिल्कुल विपरीत है। thana अध्यक्षों व निरीक्षकों की तैनाती में अनियमितताएं के चलते एसएसपी बुलंदशहर एन कोलांची को निलंबित किया गया है।
Conclusion:संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 25 26
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार सक्रिय नजर आ रहे हैं प्रदेश की कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए लोकसभा चुनाव 2019 के बाद आला अधिकारी के ट्रांसफर पोस्टिंग की गई थी। जिस्के बाद बड़े पैमाने पर आईपीएस अधिकारी व पीपीएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए गए वहीं अब कानून व्यवस्था के प्रति सजग ना रहने वाले व भ्रष्टाचार में संलिप्त रहने वाले अधिकारियों पर योगी आदित्यनाथ सख्त हो गए हैं इसी का नतीजा है कि योगी आदित्यनाथ सरकार ने भ्रष्टाचार के इल्जाम में बुलंदशहर के एसएसपी एन कोलांची को निलंबित कर दिया है एन कोलांची के निलंबन के बाद संतोष कुमार को बुलंदशहर का एसएसपी बनाया गया है।
Body:वियो
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने जानकारी देते हुए बताया की पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह की रिपोर्ट के आधार पर जनपद बुलंदशहर के कानून व्यवस्था एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर एन कोलांची की कार्यप्रणाली की समीक्षा किए जाने पर पता चला कि कोलांची द्वारा थाना अध्यक्ष एवं प्रभारी निरीक्षक के पद पर तैनाती में अनियमितता की जा रही हैं उनके द्वारा इस संबंध में निर्धारित प्रक्रिया का अनुपालन ना कर के मनमाने पूर्ण तरीके से निरीक्षक थाना अध्यक्षों की नियुक्ति की गई एवं थानाध्यक्ष को बहुत ही कम अवधि में स्थानांतरित कर दिया गया। उदाहरण के तौर पर दो थाना देशों को 7 दिन से कम तैनाती दी गई एक थानाध्यक्ष को मात्र 35 दिन में बदल दिया गया जो पुलिस महानिदेशक द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के बिल्कुल विपरीत है। thana अध्यक्षों व निरीक्षकों की तैनाती में अनियमितताएं के चलते एसएसपी बुलंदशहर एन कोलांची को निलंबित किया गया है।
Conclusion:संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 25 26