लखनऊ: राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले गोरक्षपीठ के महंत अवैद्यनाथ जी महाराज का भव्य राम मंदिर का सपना अब गोरक्ष पीठाधीश्वर और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने पूरा होगा. गोरक्षपीठ की राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका रही और इस अभियान को आगे बढ़ाने में महंत अवैद्यनाथ जी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण होगा.
गोरक्षपीठ के महंत अवैद्यनाथ जी ने राम मंदिर आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया और राम जन्मभूमि आंदोलन को लगातार न सिर्फ दिशा दी बल्कि संघर्ष भी किया. उन्होंने मंदिर निर्माण की लड़ाई लड़ी और तमाम सारे लोगों को इस आंदोलन के साथ जोड़ा. उनका सपना था कि अयोध्या में राम जी के भव्य मंदिर का निर्माण हो. अब यह सपना गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ के सामने पूरा होगा.
आरएसएस विचारक डॉ. दिलीप अग्निहोत्री ने कहा कि मैं इसे दो दृष्टिकोण से देखता हूं. योगी आदित्यनाथ को विरासत में हिंदुत्व और वह विरासत गोरक्षापीठ से मिली. महंत अवैद्यनाथ खुलेआम गर्व के साथ हिंदू हितों की बात करते थे. वह हिंदुओं के लिए काम भी करते थे. उनके लिए राम जन्मभूमि आंदोलन बहुत ही प्रेरणादायक काम था.
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ की जहां तक बात है तो वह आज भी गोरक्ष पीठाधीश्वर है, हिंदू संत है, महंत हैं. इस रूप में भी आदरणीय है कि दूसरा पक्ष यह भी है कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं. दोनों भूमिका को बहुत ही अच्छे निर्वहन कर रहे हैं. आरएसएस विचारक डॉ. दिलीप अग्निहोत्री ने कहा कि सीएम योगी ने पहले से ही प्रदेश में कानून व्यवस्था कायम कर रखी है. साथ ही कहा कि भूमि विवाद पर फैसला आने के बाद भी उन्होंने अच्छी तरह से इसका पालन किया है.
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वहीं भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्रमोहन का कहना है कि आज प्रसन्नता है कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या के गौरव की वापसी का काम शुरू हुआ हुआ, जो अनवरत चलता जा रहा है. स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्ष पीठाधीश्वर हैं. गोरक्षपीठ ने भारत के सनातन आंदोलन, भारतीयता, राष्ट्रीयता के साथ लगातार देश का मार्गदर्शन किया. गोरक्षपीठ जिम्मेदारी का निर्वहन करती है, चाहे वह छुआछूत के विरूद्ध आंदोलन रहा हो या फिर लोक कल्याण का कार्य रहा हो.