लखनऊ : कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए रक्षा मंत्रालय ने देशभर में बड़ी संख्या में कोविड अस्पतालों का निर्माण और उनका संचालन शुरू कर दिया है. डीआरडीओ की दिन-रात मेहनत से यह अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं ताकि कोविड पीड़ितों को समय पर इलाज उपलब्ध करके उनकी जान बचाई जा सके. शहर-दर-शहर अस्पताल तैयार कर डीआरडीओ कोरोना मरीजों को राहत की डोज प्रदान कर रहा है. दिल्ली, अहमदाबाद और लखनऊ के बाद अब बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में पंडित राजन मिश्रा कोविड अस्पताल बनाया है.
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अस्पताल में दुरुस्त होगा मरीजों का हाल
रक्षा अनुंधान विकास संगठन (DRDO), सशस्त्र बलों और नागरिक प्रशासन के सहयोग से लगातार विभिन्न शहरों में अस्पतालों का निर्माण कर रहा है. लखनऊ में डीआरडीओ ने 505 बेड का अस्पताल तैयार किया जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. यहां मरीजों का इलाज शुरू हो गया है. इसके बाद डीआरडीओ की टीम बनारस रवाना हो गई. अब टीम ने बनारस में भी डीआरडीओ का अस्पताल तैयार कर यहां के लोगों को राहत पहुंचाने का रास्ता खोल दिया है. डीआरडीओ की तरफ से स्थापित इस अस्पताल में सशस्त्र बल ने देशभर से चिकित्सा विशेषज्ञों, डॉक्टरों, नर्सिंग और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को सेवा में लगाया है.
डीआरडीओ अस्पताल में सीधी भर्ती नहीं
मध्य कमान के जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप सिंह ने बताया कि लखनऊ के बाद अब बनारस में 750 बेड का अस्पताल डीआरडीओ की तरफ से बनाया गया है. यहां पूरा मेडिकल स्टाफ कोविड प्रोटोकॉल में प्रशिक्षित किया गया है. साथ ही सभी चिकित्सा उपकरणों की सेवा क्षमता और गुणवत्ता नियंत्रण के लिए जांचा गया है. अस्पताल की सहायक सेवाओं की कार्यक्षमता सुनिश्चित की गई है. अस्पताल में सभी बिस्तरों को ऑक्सीजन युक्त बनाया गया है. यहां मरीजों की सीधी भर्ती नहीं ली जाएगी. उन्हें कंट्रोल कमान सेंटर की तरफ से रेफर किया जाएगा. तभी डीआरडीओ अस्पताल में वे भर्ती हो सकेंगे.