लखनऊ : नगर निगम स्वच्छता अभियान में महती भूमिका निभा रहा है. वहीं स्वच्छता के क्षेत्र में नंबर वन बने रहने के लिए लगातार प्रयासरत हैं. लेकिन नगर निगम के कर्मचारी व अधिकारी नगर निगम क्षेत्र में मौजूद ग्रामीण इलाकों में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान नहीं दे रहे हैं, जिसके कारण वहां के निवासियों में नगर निगम के प्रति आक्रोश व्याप्त है.
राजधानी के शारदा नगर वार्ड के अंतर्गत स्थित भद्रक ग्राम विकास की दृष्टि से काफी पिछड़ा इलाका माना जाता है. यहां पर नालियों में ही सीवर बह रहे हैं. नालियों के ऊपर कवर नहीं है. साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था भी नहीं है, जिसको लेकर यहां के निवासियों ने कई बार पार्षद व नगर निगम से शिकायत भी की, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. इस कारण यहां के निवासियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
कुछ लोगों ने यह भी बताया कि पूर्व में रहे पार्षदों ने कोई विकास कार्य नहीं कराया है. वर्तमान में यहां के पार्षद विनोद मौर्या ने विकास कार्यों को प्राथमिकता दी है. कुछ जगहों पर जहां कच्ची सड़के थी, वहां सड़कें बनाई गई हैं. नालियों का भी निर्माण हो रहा है, लेकिन अभी और भी बहुत से काम होने बाकी हैं.
इस विषय पर पार्षद विनोद मौर्य से बात करने पर उन्होंने बताया कि भदरुख मोहल्ला काफी दयनीय स्थिति में था. जब से मैं पार्षद बना हूं, मैंने मोहल्ले में अनेकों कार्य कराए हैं. जहां भी लोगों की शिकायत मिलती है, मैं तुरंत ही उसका समाधान करवाने की कोशिश करता हूं. उन्होंने बताया कि लगातार विकास के कार्य कराए जा रहे हैं. कई सड़कों का निर्माण मेरे द्वारा किया गया है. जहां नालियां नहीं थी, वहां नालियां भी बनवाई जा रही है. साफ-सफाई के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई है, फिर भी जहां कहीं शिकायत होगी, उसे दूर करने का प्रयास किया जाएगा.