लखनऊः मड़ियांव थाना अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र खटईया गांव में नाली के निर्माण में पूरी तरह से लापरवाही बरती जा रही है, जिसको लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. लोगों का कहना है कि नाली के निर्माण में निम्न किस्म का सीमेंट, ईंट लगायी जा रही हैं. वहीं लाल मौरंग की जगह सफेद बालू का प्रयोग किया जा रहा है.
तय मानकों के विपरीत बनायी जा रही नाली
ग्रामीण क्षेत्र खटईया गांव में नाली का निर्माण ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव और सेक्रेटरी द्वारा कराया जा रहा है. निर्माण में पूरी तरह से मानकों के विपरीत बिल्डिंग मटेरियल लगाया जा रहा है. जिसको लेकर स्थानीय लोगों में पूरी तरह से आक्रोश देखने को मिल रहा है. वहीं लोगों का कहना है कि बिल्डिंग मटेरियल टिकाऊ नहीं है.
मौरंग की जगह डस्ट का हो रहा प्रयोग
श्याम मनोहर मिस्त्री ने बताया कि नाली के निर्माण में डस्ट, सफेद बालू का प्रयोग किया जा रहा है. यह सामान टिकाऊ नहीं है. वहीं किरण ने बताया कि नाली के निर्माण में पूरी तरह से कच्चे मसाले का प्रयोग किया जा रहा है. कच्चे मसाले में मौरंग की जगह सफेद बालू का प्रयोग किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसको लेकर ग्राम प्रधान गोपाल कन्नौजिया से शिकायत की गई थी. इसके बावजूद भी उन्होंने कोई बात नहीं सुनी.
ठेकेदार ने कहा ग्राम प्रधान ने दिया बालू
ठेकेदार गुड्डू ने बताया कि नाली के निर्माण का काम ग्राम प्रधान के द्वारा कराया जा रहा है. जिसको लेकर मुझे ठेका दिया गया है. ग्राम प्रधान ने मौरंग की जगह सफेद बालू और डस्ट दिया है. उन्होंने बताया कि करीब 14 दिन से नाली का निर्माण किया जा रहा है.