लखनऊ : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी के नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय ने मंगलवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया. कार्यभार ग्रहण किए जाने के बाद मीडिया से मुखातिब प्रोफेसर पांडेय ने एकेडमिक रिफार्म के साथ ही डिजिटलाइजेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को बढ़ावा देने की बात कही. प्रो. पांडेय ने कहा कि अभी तक विवि में परंपरागत रिसर्च होते थे, लेकिन उनकी कोशिश होगी कि अप्लाइड इंजीनियरिंग रिसर्च को बढ़ावा दिया जाए. यह विश्वविद्यालय मेरे लिए नया नहीं है. मैं पूर्व में भी इसके साथ विभिन्न दायित्वों से जुड़ा रहा हूं. अपने कार्यकाल में मेरी प्रतिबद्धता रहेगी कि विश्वविद्यालय को उच्चतर प्रगति के पथ पर बढ़ाया जाए.
प्रो. पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय के पास उच्चस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है. मेरा प्रयास होगा कि इसका भरपूर उपयोग सुनिश्चित किया जाए. सेंटर फार एडवांस्ड स्टडीज में न्यू एज एवं कटिंग एज टेक्नालाजीज के नए कोर्सेज प्रारम्भ किए जाएंगे. विश्वविद्यालय के पुस्तकालय की उच्चस्तरीय सुविधाओं को समाहित कर पूर्णत: डिजिटल स्वरूप प्रदान किया जाएगा. जिससे इसका उपयोग विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हो सके. विश्वविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्थाओं को चुस्त.दुरुस्त करने के साथ ही विद्यार्थियों की समस्याओं को टेक्नालाजी उपयोग के माध्यम से फेसलेस तरीकों से दूर किया जाएगा. परीक्षा व्यवस्था में कुछ प्रशासनिक बाधाएं हैं. इन्हें तत्काल दूर कर परीक्षा परिणामों की समयबद्धता की ओर ध्यान दिया जाएगा. प्रयास होगा कि प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों का सत्र इसी सेशन से पटरी पर आ जाए. परीक्षा में डिजिटलाइजेशन का श्रेय प्राप्त प्रो. पांडेय ने बताया कि उनकी कोशिश होगी कि एकेटीयू को डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाने से पूर्व डिजिटल प्रोग्राम, स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग शुरू करने के साथ ही छात्रों को स्कील बेस्ड एजुकेशन उपलब्ध कराई जाए.
स्पेशलाइज्ड लॉयर तैयार करेगा विश्वविद्यालय : एकेटीयू कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडे ने कहा कि विश्वविद्यालय अब अपने यहां से स्पेशलाइज्ड लॉयर तैयार करेगा. साइबर क्राइम, एआई और आईटी को लॉ में शामिल करके पढ़ाया जाएगा. साइबर क्राइम, एआई और आईटी मौजूदा व आने वाले समय में बड़ी चुनौती हैं. इसके लिए स्पेशलाइज्ड लॉयर्स की बड़ी फौज की आवश्यकता है. कंवेन्शनल लॉयर्स का काम तो काफी हद तक आने वाले समय में चैट जीपीटी करने लगेगा. आने वाले समय में साइबर क्राइम और सिक्योरिटी, डेटा माइनिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस व आईटी के क्षेत्रों में स्पेशलाइज्ड लॉयर्स चाहिए होंगे. इन्हें तैयार करने पर पूरा फोकस रहेगा. इसके लिए एकेटीयू एक्ट में बदलाव करना होगा. शासन से इसके लिए अनुमति ली जाएगी.
एनईपी लागू कर काॅलेजों की बनाएंगे शाख : प्रो. जेपी पाण्डेय ने कहा कि उनकी कोशिश एनईपी को लागू कर कालेजों की ग्रूमिंग करने की है. उन्होंने बताया कि आईआईटी खडगपुर ने अपने यहां एलएलबी कोर्स शुरू किया है. आने वाला दौर डेटा माइनिंग, साइबर सिक्योरिटी का है. डिप्लोमा और सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री से एक्ट में संशोधन की मांग करेंगे. उन्होंने कहा कि कालेजों में क्वालिटी आफ एजुकेशन को लेकर शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जाएगी. एकेडमिक कलेण्डर और रिजल्ट के कलेण्डर पर उनका फोकस होगा.
कालेजों में खुलेगा आईक्यूएसी सेल : उन्होंने बताया कि क्वॉलिटी ऑफ एजुकेशन और नैक मूल्यांकन को लेकर उनकी कोशिश होगी कि इंटरनल क्वॉलिटी एश्योरेंस (आईक्यूएसी) सेल की स्थापना हो. इससे पहले फेज में विवि से जुड़े 25 काॅलेजों को जोड़ा जाएगा. जिससे नैक मूल्यांकन को लेकर उन्हें प्रेरित किया जा सके. उन्होंने बताया कि मेडिकल और एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू भी किया जाएगा. जिससे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को बढ़ावा दिया जा सके.
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