लखनऊ: राजधानी लखनऊ के लोहिया के निदेशक पद की जिम्मेदारी एक बार फिर से डॉ एके त्रिपाठी को दे दी गई है. बीते दिनों उनपर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगे थे. इसके बाद उनको निदेशक के पद से हटा दिया गया था.
जांच में मिली क्लीन चिट
डॉ एके त्रिपाठी पर बीते दिनों भ्रष्टाचार में संलिप्तता के आरोप लगे थे. इसके बाद उनको 23 जून को पद से हटा दिया गया था और उनके ऊपर विभागीय जांच भी शुरू जार दी गयी थी. दरसअल, उनपर लोहिया संस्थान में खरीद और कर्मचारियों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के करने आरोप लगे थे. चिकित्सा शिक्षा विभाग की तरफ से इन सभी आरोपों की जांच की जा रही थी. जिसके बाद जांच टीम ने प्रो एके त्रिपाठी को क्लीन चिट दी है और अब उनको लोहिया संस्थान का दोबारा निदेशक नियुक्त कर दिया गया है.
कार्यवाहक अफसरों के भरोसे चल रहा था लोहिया संस्थान
डॉ. एके त्रिपाठी के स्थान पर संस्थान की पूर्व निदेशक डॉ. नुजहत हुसैन को जिम्मेदारी दी गई थी. कुछ समय बाद डॉ. नुजहत हुसैन ने निदेशक पद की जिम्मेदारी संभालने में असमर्थता जाहिर की. इसके बाद उनके स्थान पर अटल बिहारी बाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एके सिंह को कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया गया, लेकिन इसके बाद भी लोहिया संस्थान में व्यवस्थाएं चरमरा रही थी. इसके बाद शुक्रवार को प्रो एके त्रिपाठी की नियुक्ति एक बार फिर से कर दी गयी है.
डॉ एके त्रिपाठी की हुई बहाली, फिर बनाये गए लोहिया संस्थान के निदेशक
प्रदेश सरकार ने लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ. एके त्रिपाठी को बहाल कर दिवाली गिफ्ट दिया है. करीब साढ़े चार माह चली जांच पड़ताल के बाद सरकार के निर्देश पर शुक्रवार को शासन ने उनकी बहाली के आदेश जारी किया. वह शनिवार की सुबह कार्यभार ग्रहण करेंगे.
लखनऊ: राजधानी लखनऊ के लोहिया के निदेशक पद की जिम्मेदारी एक बार फिर से डॉ एके त्रिपाठी को दे दी गई है. बीते दिनों उनपर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगे थे. इसके बाद उनको निदेशक के पद से हटा दिया गया था.
जांच में मिली क्लीन चिट
डॉ एके त्रिपाठी पर बीते दिनों भ्रष्टाचार में संलिप्तता के आरोप लगे थे. इसके बाद उनको 23 जून को पद से हटा दिया गया था और उनके ऊपर विभागीय जांच भी शुरू जार दी गयी थी. दरसअल, उनपर लोहिया संस्थान में खरीद और कर्मचारियों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार के करने आरोप लगे थे. चिकित्सा शिक्षा विभाग की तरफ से इन सभी आरोपों की जांच की जा रही थी. जिसके बाद जांच टीम ने प्रो एके त्रिपाठी को क्लीन चिट दी है और अब उनको लोहिया संस्थान का दोबारा निदेशक नियुक्त कर दिया गया है.
कार्यवाहक अफसरों के भरोसे चल रहा था लोहिया संस्थान
डॉ. एके त्रिपाठी के स्थान पर संस्थान की पूर्व निदेशक डॉ. नुजहत हुसैन को जिम्मेदारी दी गई थी. कुछ समय बाद डॉ. नुजहत हुसैन ने निदेशक पद की जिम्मेदारी संभालने में असमर्थता जाहिर की. इसके बाद उनके स्थान पर अटल बिहारी बाजपेई मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एके सिंह को कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया गया, लेकिन इसके बाद भी लोहिया संस्थान में व्यवस्थाएं चरमरा रही थी. इसके बाद शुक्रवार को प्रो एके त्रिपाठी की नियुक्ति एक बार फिर से कर दी गयी है.