लखनऊ : उत्तर प्रदेश के आईपीएस अधिकारियों को नए साल में प्रोन्नति का तोहफा मिला है. बुधवार को हुई विभागीय प्रोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक साल 1990, 1991, 1992 व 1993 बैच के आईपीएस के डीजी के लिए, 1998 बैच अधिकारियों की, 2005 बैच के आईपीएस की IG, 2009 बैच के आईपीएस की DIG के लिए व 2010 बैच के आईपीएस अधिकारियों के सेलेक्शन ग्रेड की डीपीसी सम्पन्न हुई है. हालांकि इन अधिकारियों को अभी पदनाम मिलने की संभावना कम है, क्योंकि अभी डीजी रैंक का पद रिक्त नहीं है. डीजी रैंक के पद अगले साल रिक्त होने वाले हैं, फिलहाल जिन अधिकारियों की डीपीसी हुई है, उनकी फाइल मुख्यमंत्री कार्यालय भेज दी गई है.
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, डीपीसी होने के बाद 1990 बैच की आईपीएस तनुजा श्रीवास्तव, अंजू गुप्ता, सुभाष चंद्र, प्रशांत कुमार फर्स्ट, 1991 बैच के आईपीएस व कानपुर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड, पीयूष आनंद, राजीव कृष्णा, दावा शेरपा और बरेली जोन एडीजी पीसी मीणा, साल 1992 बैच के आईपीएस व एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडे, अजय आनंद, जसवीर सिंह, आनंद स्वरूप और मीरा रावत, साल 1993 बैच के आईपीएस व लखनऊ पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर, राजीव सबरवाल, वितुल कुमार और प्रेम प्रकाश की डीजी के लिए डीपीसी हुई है.
साल 1998 बैच के आईजी रैंक के आईपीएस अधिकारी भगवान स्वरूप, अमित चंद्रा, पीयूष मोर्डिया, के सत्या नारायण, पद्मजा चौहान और बीडी पाल्सन की एडीजी रैंक के लिए डीपीसी हुई है. इसी तरह साल 2005 बैच के आईपीएस अधिकारियों राम कृष्ण भारद्वाज, उपेंद्र कुमार अग्रवाल, जे रविंद्र गौड़, दीपक कुमार, सुभाष चंद्र दुबे और अखिलेश कुमार की डीआईजी से आईजी रैंक के लिए डीपीसी हुई है. डीपीसी में साल 2009 बैच के अतुल शर्मा, केशव चंद्र, अजय कुमार साहनी व पवन कुमार समेत 11 आईपीएस अधिकारियों की डीआईजी पद पर के लिए डीपीसी हुई है. साथ ही 2010 बैच के 36 आईपीएस को सेलेक्शन ग्रेड का लाभ मिलेगा.
यह भी पढ़ें : सीएम योगी ने कहा, 'ब्रांड यूपी' को दुनिया से परिचय कराने का शानदार मंच G20 सम्मेलन'