लखनऊ : राजधानी के विशालखंड में रहने वाले पंकज मिश्रा का तीन साल का लेब्राडोर डॉगी अचानक बेहोश हो गया, उसके मुंह से झाग निकलने लगा. पंकज परेशान हुए और डॉक्टर के पास ले गए. डॉक्टर एक बार में ही समझ गए और पंकज से पूछा क्या उनके और पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था. पंकज ने स्वीकार किया और हैरान होकर डॉक्टर से पूछा क्या पति-पत्नी के झगड़े का असर कुत्तों पर पड़ सकता है. न सिर्फ पंकज, राजधानी के महिला थाने में भी कई ऐसे मामले आते है जहां पति-पत्नियों का आरोप होता है कि उनके झगड़े का असर उनके घर में पले कुत्तों पर पड़ रहा है.
राजधानी के पशु रोग विशेषज्ञ विकास सिंह कहते हैं कि. घर में पले पेट्स खासकर डॉग्स आदमी के बच्चों की ही तरह होते हैं. वे हर भाषा समझते हैं. इंसानी इमोशन की ही तरह डॉग्स भी प्रतिक्रिया करते हैं. ऐसे में घर में होने वाली हर एक्टिविटी डॉग्स देखते हैं, उसी के अनुसार वे ढलते हैं. घर के सदस्यों के तनाव में रहने से डॉग्स में भी चिड़चिड़ापन आ जाता है. जब किसी की परिवार में कलह होगी या झगड़े होंगे तो वहां डॉग्स पर लोग काम ध्यान देते हैं. ऐसे में डाॅग्स जो प्यार चाहते हैं वह उन्हें मिल नहीं पाता है, जिस कारण वे मायूस होने लगते हैं.
डॉ. विकास सिंह के अनुसार कोशिश करें कि जब भी ऐसी स्थिति आए कि पति-पत्नी या घर के अन्य सदस्यों के बीच झगड़े हों तो डॉग्स को वहां से दूर कर दें. जिससे वह उसे देख न सके. विकास सिंह के मुताबिक झगड़े के कारण डॉग्स अकेले बैठे रहेंगे, उनके आंखों से आंसू निकलेंगे, झगड़े के समय ही वो कभी कभी मूर्छित होंगे और मुंह से झाग निकलेगा. ऐसे में आप समझ जाइए कि आपके झगड़े का प्रभाव मासूम डॉग्स पर पड़ रहा है. जिसके चलते डॉग्स स्ट्रेस में रहने लगेगा, उसकी छोटी बीमारी बड़ा रूप ले सकती है, खाना पीना छोड़ देगा.
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