लखनऊ : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को दो और चिकित्सकों को निलंबित किया है. पहला मामला सोनभद्र जिले का है. जहां पैसे लेकर फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने और कार्यों के प्रति उदासीनता बरतने के आरोपी डॉक्टरों पर गाज गिरी है. इस मामले में सोनभद्र के दो डॉक्टरों को निलंबित करने की संस्तुति कर दी गई है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि दोषी डॉक्टरों पर कठोर कार्रवाई होगी.
सोनभद्र जिला संयुक्त चिकित्सालय में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पूर्णेन्दु शेखर सिंह व डॉ. दया शंकर की तैनाती है. इन डॉक्टरों पर पैसे लेकर फर्जी मेडिकल बनाए जाने के गंभीर आरोप लगाए गए थे. शिकायत के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया. इसमें डॉ. पुर्णेन्द्र शेखर सिंह व डॉ. दयाशंकर का नाम मेडिकल रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने का मामला प्रकाश में आया. गलत मेडिकल रिपोर्ट तैयार करने के गंभीर आरोप लगे. जांच के बाद इन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं को पारदर्शी बनाया जा रहा है. सेवाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है ताकि किसी भी तरह की गड़बड़ियों को रोका जा सके. डॉक्टर ईमानदारी से काम करें.
दूसरा मामला मेरठ का है. भावनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. अखलाक तैनात थे. 12 अप्रैल को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं की ओर से जारी पत्र में जानकारी दी गई थी कि मेरठ के भवानी नगर (थाना नौचन्दी) स्थित चश्मे वाली गली निवासी डॉ. अखलाक को विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत हिरासत में लिया गया. उन्हें प्रयागराज की नैनी जेल में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. दो अप्रैल से कारागार में निरुद्ध होने के चलते डॉ. अखलाक अहमद को निलम्बित किया गया है. डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि सरकार व स्वास्थ विभाग की छवि को धूमिल करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा रही है. इस तरह के कृत्यों को किसी भी दशा में स्वीकार नहीं किया जाएगा.
यह भी पढ़ें : Lucknow News : कलाकारों को टारगेट कर रहे साइबर जालसाज, जानिए ठगी का नया तरीका