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बंद कमरे में अंगीठी जलाकर न सोएं, इन बातों का रखें ध्यान - Senior Physician Dr AK Srivastava

वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एके श्रीवास्तव (Senior Physician Dr AK Srivastava) ने बताया कि बंद कमरे में कभी भी आग जलाकर या ब्लोअर या फिर रूम हीटर नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ऑक्सीजन लेवल को यह कम कर देता है, जिसके कारण कमरे में मौजूद व्यक्ति का दम घुटने लगता है और वह बेहोश हो जाता है.

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Published : Dec 15, 2022, 11:56 AM IST

जानकारी देते वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एके श्रीवास्तव

लखनऊ : सर्दियों की शुरूआत होते ही लोग ठंड से बचाव के लिए अंगीठी, रूम हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल करते हैं. बंद कमरे में इन चीजों को रखने से तमाम दिक्कत परेशान होती है. वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एके श्रीवास्तव (Senior Physician Dr AK Srivastava) ने बताया कि बंद कमरे में कभी भी आग जलाकर या ब्लोअर या फिर रूम हीटर नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ऑक्सीजन लेवल को यह कम कर देता है, जिसके कारण कमरे में मौजूद व्यक्ति का दम घुटने लगता है और वह बेहोश हो जाता है. अगर रात भर यह चलता रहा तो ऑक्सीजन की कमी के कारण दम घुटने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है.

बता दें कि लखनऊ के जियामऊ में बीते दिनों एमए की छात्रा श्रेया यादव (22) की मौत हो गई. कमरे में बिस्तर पर छात्रा का शव मिलने से हड़कंप मच गया. कमरे में अंगीठी जल रही थी चारों ओर धुआं फैला था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटने से आया है. वहीं डॉ एके श्रीवास्तव ने बताया कि अंगीठी व ब्लोअर को बंद कमरे में अधिक समय तक नहीं रखना चाहिए, इसे जलाने से कमरे में मौजूद ऑक्सीजन जलती है. इससे व्यक्ति का दम घुट सकता है.



डॉ एके श्रीवास्तव (Senior Physician Dr AK Srivastava) बताते हैं कि आंखों को हेल्दी रखने के लिए उनमें नमी होना बहुत जरूरी है, लेकिन हीटर व ब्लोअर से निकलने वाली शुष्क हवा आंखों की नमी को सोख लेती है इससे आंखों में खुजली, जलन, लालिमा, इरिटेशन की समस्या होती है. साथ ही संक्रमण होने की आशंका होती है. बार-बार हाथों से आंखों को स्पर्श करने से कंजक्टिवाइटिस की समस्‍या हो सकती है.

डॉ एके श्रीवास्तव (Senior Physician Dr AK Srivastava) ने बताया कि अगर आप अस्थमा या सांस से जुड़ी किसी समस्या से ग्रसित हैं तो आपको हीटर का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. हीटर हवा को ड्राई कर देता है, साथ ही इससे हानिकारक गैस भी निकालती है, जो आपके शरीर के अन्य अंगों के लिए भी नुकसानदायक होती है. इससे आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है. इसके अलावा हीटर की शुष्क हवा की वजह से गला बार-बार सूखता है. फेफड़ों में हीटर की हवा जाने से कफ बनने की परेशानी हो सकती है.

इन बातों का रखें ध्यान

- रूम हीटर को लगातार जलाकर कभी नहीं रखना चाहिए.
- इससे शॉर्ट सर्किट की आशंका रहती है.
- रूम हीटर में ऑक्सीजन बर्न होती है, इस कारण बंद कमरे में जलाकर सोना या बैठना उचित नहीं है.
- रूम हीटर के स्थान पर कपड़े या अन्य ज्वलनशील पदार्थ नहीं होने चाहिए.
- रूम हीटर के पास बच्चों को जाने से रोकना चाहिए, ऐसा होने पर करंट आने व जलने की आशंका रहती है.
- रूम हीटर को सोने या बैठने से पहले ही कमरा बंदकर कुछ देर चला देना चाहिए.
- कमरे में जाने पर रूम हीटर को बंद कर देना चाहिए.

यह भी पढ़ें : दो शैक्षणिक सत्रों में सभी माध्यमिक स्कूलों में आईसीटी प्रयोगशाला और स्मार्ट कक्षाएं होंगी संचालित, मंत्री गुलाब देवी की घोषणा

जानकारी देते वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एके श्रीवास्तव

लखनऊ : सर्दियों की शुरूआत होते ही लोग ठंड से बचाव के लिए अंगीठी, रूम हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल करते हैं. बंद कमरे में इन चीजों को रखने से तमाम दिक्कत परेशान होती है. वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एके श्रीवास्तव (Senior Physician Dr AK Srivastava) ने बताया कि बंद कमरे में कभी भी आग जलाकर या ब्लोअर या फिर रूम हीटर नहीं रखना चाहिए, क्योंकि ऑक्सीजन लेवल को यह कम कर देता है, जिसके कारण कमरे में मौजूद व्यक्ति का दम घुटने लगता है और वह बेहोश हो जाता है. अगर रात भर यह चलता रहा तो ऑक्सीजन की कमी के कारण दम घुटने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है.

बता दें कि लखनऊ के जियामऊ में बीते दिनों एमए की छात्रा श्रेया यादव (22) की मौत हो गई. कमरे में बिस्तर पर छात्रा का शव मिलने से हड़कंप मच गया. कमरे में अंगीठी जल रही थी चारों ओर धुआं फैला था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटने से आया है. वहीं डॉ एके श्रीवास्तव ने बताया कि अंगीठी व ब्लोअर को बंद कमरे में अधिक समय तक नहीं रखना चाहिए, इसे जलाने से कमरे में मौजूद ऑक्सीजन जलती है. इससे व्यक्ति का दम घुट सकता है.



डॉ एके श्रीवास्तव (Senior Physician Dr AK Srivastava) बताते हैं कि आंखों को हेल्दी रखने के लिए उनमें नमी होना बहुत जरूरी है, लेकिन हीटर व ब्लोअर से निकलने वाली शुष्क हवा आंखों की नमी को सोख लेती है इससे आंखों में खुजली, जलन, लालिमा, इरिटेशन की समस्या होती है. साथ ही संक्रमण होने की आशंका होती है. बार-बार हाथों से आंखों को स्पर्श करने से कंजक्टिवाइटिस की समस्‍या हो सकती है.

डॉ एके श्रीवास्तव (Senior Physician Dr AK Srivastava) ने बताया कि अगर आप अस्थमा या सांस से जुड़ी किसी समस्या से ग्रसित हैं तो आपको हीटर का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. हीटर हवा को ड्राई कर देता है, साथ ही इससे हानिकारक गैस भी निकालती है, जो आपके शरीर के अन्य अंगों के लिए भी नुकसानदायक होती है. इससे आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है. इसके अलावा हीटर की शुष्क हवा की वजह से गला बार-बार सूखता है. फेफड़ों में हीटर की हवा जाने से कफ बनने की परेशानी हो सकती है.

इन बातों का रखें ध्यान

- रूम हीटर को लगातार जलाकर कभी नहीं रखना चाहिए.
- इससे शॉर्ट सर्किट की आशंका रहती है.
- रूम हीटर में ऑक्सीजन बर्न होती है, इस कारण बंद कमरे में जलाकर सोना या बैठना उचित नहीं है.
- रूम हीटर के स्थान पर कपड़े या अन्य ज्वलनशील पदार्थ नहीं होने चाहिए.
- रूम हीटर के पास बच्चों को जाने से रोकना चाहिए, ऐसा होने पर करंट आने व जलने की आशंका रहती है.
- रूम हीटर को सोने या बैठने से पहले ही कमरा बंदकर कुछ देर चला देना चाहिए.
- कमरे में जाने पर रूम हीटर को बंद कर देना चाहिए.

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