लखनऊ: एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) के उपाध्यक्ष शिवाकांत द्विवेदी को हटाये जाने के बाद जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने दोपहर करीब तीन बजे अपना पदभार ग्रहण कर लिया. अपनी प्राथमिकताएं बताते हुए उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतों का गुणवत्ता पूर्ण व समयबद्ध निस्तारण कराना उनकी प्राथमिकता रहेगी. इसके अलावा सरकार और शासन की योजनाओं, नीतियों का लाभ सुचारू रूप से सभी को पहुंचे, इसके लिए जिम्मेदारी सुनिश्चित की जाएगी.
अवैध निर्माण पर होगा जीरो टॉरलेंस
एलडीए के नए उपाध्यक्ष व लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि अवैध निर्माण/अतिक्रमण पर जीरो टोरलेंस होगा. उन्होंने कहा कि जो भी शिकायतें मिलेंगी, उनका निस्तारण प्राथमिकता पर कराया जाएगा.
कोविड हेल्प डेस्क का लिया फीडबैक
एलडीए के नए उपाध्यक्ष का चार्ज लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश को मिलने की सूचना मिलते ही प्राधिकरण में हलचल तेज हो गई, जो जहां था वापस अपनी सीट पर पहुंच गया. गोमती नगर एलडीए मुख्यालय पहुंचने पर नव नियुक्त उपाध्यक्ष ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अपनी थर्मल स्क्रीनिंग कराई. नए उपाध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों के साथ बातचीत की. प्राधिकरण कार्यालय से निकलने के दौरान कोविड हेल्प डेस्क का बैनर देखकर वह रुक गए. भूतल पर रिसेप्शन पर हेल्प डेस्क बनाया गया है. उपाध्यक्ष ने यहां मौजूद कर्मचारी से फीडबैक लिया.
नये उपाध्यक्ष के सामने कई चुनौतियां
प्राधिकरण के पास एक तरफ लैंड बैंक नहीं है तो वहीं दूसरी तरफ पुरानी योजनाओं को शुरू कराना मुश्किल हो रहा है. एलडीए की प्रबंध नगर योजना हो या मोहान स्थित अधिग्रहण विवाद समाप्त होने के बाद आगे नहीं बढ़ सकी हैं. अब तक कितने उपाध्यक्ष आए और गए, लेकिन योजनाएं नहीं शुरू हो सकीं. इन योजनाओं में करीब 50 हजार से ज्यादा लोगों के लिए आशियाना मिल सकेगा. बसंत कुंज योजना का करीब 36 साल पुराना विवाद दूर किया गया था. करीब नौ साल पहले एलडीए ने 800 से ज्यादा आवंटियों को कागज पर प्लॉट काटकर दे दिया. पूरी रकम भी जमा करा ली, लेकिन किसानों के साथ विवाद का हवाला देकर आज तक कब्जा नहीं दिया गया.