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एसआईटी खोलेगी आरटीओ कार्यालय में हुए घोटालों के राज, परिवहन मंत्री ने कही यह बात - परिवहन मंत्री यूपी दया शंकर सिंह

लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित संभागीय परिवहन कार्यालय में भ्रष्टाचार और वसूली नई बात नहीं है. कई गंभीर मामले उजागर होने के बाद अब परमिट और फिटनेस में खेल का मामला सामने आया है. इसके बाद परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दया शंकर सिंह ने जांच एसआईटी से कराने का निर्णय लिया है.

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Published : Jun 3, 2023, 12:16 PM IST

लखनऊ : ट्रांसपोर्ट नगर स्थित संभागीय परिवहन कार्यालय में भ्रष्टाचार और वसूली के मामलों की जांच अब एसआईटी के हवाले हो सकती है. एसआईटी परमिट घोटाले की गुम हुई फाइलों और फिटनेस सेंटर में वसूली तक के मामलों की गंभीरता से जांच कर अपनी रिपोर्ट परिवहन मंत्री को सौंपेगी. एसआईटी के गठन पर परिवहन मंत्री विचार कर रहे हैं. परिवहन विभाग के सूत्रों की मानें तो कुछ अधिकारियों का चयन भी कर लिया गया है. जल्द कई मामलों की एसआईटी जांच शुरू होगी.

परिवहन मंत्री का आदेश.
परिवहन मंत्री का आदेश.
लखनऊ का आरटीओ कार्यालय भ्रष्टाचार का गढ़ बनता जा रहा है. फिटनेस सेंटर में वाहन स्वामियों की समस्याएं जगजाहिर हैं. फिटनेस के एवज में उनसे मोटी रकम वसूली जाती है, जिसे लेकर पिछले दिनों कहासुनी और मारपीट तक हो गई. परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कई मामलों का संज्ञान लिया है. उन्होंने आरटीओ दफ्तर से जुड़े तमाम घोटालों, भ्रष्टाचारों और आवेदकों को होने वाली दिक्कतों के साथ ही दलालों पर नकेल कसने के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम से जांच कराने की बात कही है. एसआईटी कई पुरानी फाइलों की जांच करेगी और भ्रष्टाचार की परतें खोलेगी.
परिवहन मंत्री का आदेश.
परिवहन मंत्री का आदेश.

छह अफसरों की टीम को दी जा सकती है जिम्मेदारी : एसआईटी की इस टीम में पांच से छह सदस्य होंगे, जो मामलों की जांच कर परिवहन मंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे. इन अफसरों का चयन परिवहन मंत्री की निगरानी में होगा. ऐसे अफसरों को चुना जाएगा जो ईमानदार होने के साथ आरटीओ कार्यालय की कारस्तानियों से वाकिफ हों.




यह भी पढ़ें : यूपी में पांच आईएएस अधिकारियों का तबादला, अखंड प्रताप सिंह को देवरिया की कमान

लखनऊ : ट्रांसपोर्ट नगर स्थित संभागीय परिवहन कार्यालय में भ्रष्टाचार और वसूली के मामलों की जांच अब एसआईटी के हवाले हो सकती है. एसआईटी परमिट घोटाले की गुम हुई फाइलों और फिटनेस सेंटर में वसूली तक के मामलों की गंभीरता से जांच कर अपनी रिपोर्ट परिवहन मंत्री को सौंपेगी. एसआईटी के गठन पर परिवहन मंत्री विचार कर रहे हैं. परिवहन विभाग के सूत्रों की मानें तो कुछ अधिकारियों का चयन भी कर लिया गया है. जल्द कई मामलों की एसआईटी जांच शुरू होगी.

परिवहन मंत्री का आदेश.
परिवहन मंत्री का आदेश.
लखनऊ का आरटीओ कार्यालय भ्रष्टाचार का गढ़ बनता जा रहा है. फिटनेस सेंटर में वाहन स्वामियों की समस्याएं जगजाहिर हैं. फिटनेस के एवज में उनसे मोटी रकम वसूली जाती है, जिसे लेकर पिछले दिनों कहासुनी और मारपीट तक हो गई. परिवहन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने कई मामलों का संज्ञान लिया है. उन्होंने आरटीओ दफ्तर से जुड़े तमाम घोटालों, भ्रष्टाचारों और आवेदकों को होने वाली दिक्कतों के साथ ही दलालों पर नकेल कसने के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम से जांच कराने की बात कही है. एसआईटी कई पुरानी फाइलों की जांच करेगी और भ्रष्टाचार की परतें खोलेगी.
परिवहन मंत्री का आदेश.
परिवहन मंत्री का आदेश.

छह अफसरों की टीम को दी जा सकती है जिम्मेदारी : एसआईटी की इस टीम में पांच से छह सदस्य होंगे, जो मामलों की जांच कर परिवहन मंत्री को रिपोर्ट सौंपेंगे. इन अफसरों का चयन परिवहन मंत्री की निगरानी में होगा. ऐसे अफसरों को चुना जाएगा जो ईमानदार होने के साथ आरटीओ कार्यालय की कारस्तानियों से वाकिफ हों.




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