लखनऊ: कमजोर कम वजन वाले बच्चों को केले का पाउडर और रागी भी दिया जाए. बच्चों को पोषणयुक्त भोजन प्राथमिकता पर दिया जाए. यह बात बुधवार को लखनऊ में मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने राजकीय बाल गृह (शिशु) 3 प्राग नारायण रोड का औचक निरीक्षण करने के दौरान कही. उन्होंने निरीक्षण के दौरान शिशु गृह कैम्पस में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लिया. सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये.
मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की. शिशु गृह में शिशुओं की देखभाल के लिए कितनी आया (सेविका) कार्यरत हैं. सम्बन्धित अधिकारी ने बताया कि वर्तमान समय में 30 आया (सेविकायें) कार्यरत हैं, जो शिशुओं की देखभाल के लिये शिफ्ट में काम करती हैं. उन्होंने मैन पावर बढ़ाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारी को दिए. मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण और बच्चों की फीडिंग निर्धारित समय पर कराते रहें. मेन्यू चार्ट के अनुसार बच्चों को डाइट दें.
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने बाल गृह (शिशु) में बच्चों को दुलारते हुए उनका नाम जाना. बच्चे उनको अपने बीच पाकर काफी खुश दिखे. उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि एनआरसी, बलरामपुर अस्पताल में जो भी बाल शिशु भर्ती होते हैं, उनका ट्रीटमेंट प्राथमिकता पर करें. बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिये प्रत्येक सप्ताह में एक दिवस निर्धारित करके, प्रत्येक बच्चे का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए. मण्डलायुक्त ने शिशु गृह में विटीमिन, दवायें उपलब्ध कराने और बच्चों की देखभाल के लिए एक एनम की नियमित रूप से विजिट कराने का निर्देश दिया.
मण्डलायुक्त ने शिशु गृह के 02-06 वर्ष के बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था और गुणवत्ता की जानकारी ली. सम्बन्धित अधिकारी ने मण्डलायुक्त को बताया कि 03 अध्यापक बच्चों को शिक्षा गुणवत्तापूर्ण दे रहे हैं. बच्चों की किताबें खरीद ली गयी हैं. बच्चों को सुबह 10 बजे से शाम 04 बजे तक नियमित रूप से शिक्षा दी जाती है.
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