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मंत्री स्वाति सिंह ने सीओ को दी धमकी, वायरल हुआ ऑडियो

उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह का सीओ कैंट के साथ बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया है. मंत्री सीओ से फोन पर कह रही हैं कि 'अगर यहां काम करना है तो आपको हमारे हिसाब से ही काम करना होगा' काम के तरीके को समझने के लिए हमारे साथ बैठ लीजिए.

मंत्री स्वाति सिंह और सीओ बानू सिंह के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल.
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Published : Nov 15, 2019, 10:44 PM IST

Updated : Nov 19, 2019, 12:50 PM IST

लखनऊः भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतर करने के लिए तमाम दावे कर रहे हैं. वहीं जब पुलिस कार्रवाई करने के लिए तैयार होती है तो योगी सरकार के मंत्री ही पुलिस कर्मचारियों को धमकाते हैं. मामला राजधानी लखनऊ कैंट का है. यहां तैनात सीओ बीनू सिंह को मंत्री स्वाति सिंह अंसल केस की पैरवी करते हुए धमकाती नजर आ रही हैं. इसका एक ऑडियो टेप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

मंत्री स्वाति सिंह और सीओ बानू सिंह के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल.

वाट्सऐप पर वायरल हो गया है ऑडियो
आरोपियों की मदद करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह पुलिस अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाकर बैठक करती हैं. सवाल यह उठता है कि आखिर इस बैठक में होता क्या है और पुलिस अधिकारियों को क्या समझाया जाता है. एक ऑडियो वाट्सऐप पर वायरल हो रहा है. इसमें मंत्री स्वाति सिंह सीओ कैंट बीनू सिंह से बात करते हुए अंसल ग्रुप के खिलाफ दर्ज की गई FIR को गलत बता रही हैं और कह रही है कि अंसल पर कोई FIR न लिखी जाए. इसका ऊपर से निर्देश है. स्वाति सिंह को जानकारी देते हुए बीनू सिंह ने कहा कि FIR जांच करने के बाद ही लिखी गई है.

बैठक करने की कही है बात
हद तो तब हो गई जब मंत्री ने रौब दिखाते हुए पुलिस अधिकारी से कहा कि आपको मालूम नहीं है कि यह मामला हाईप्रोफाइल है. मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में भी है आपने FIR कैसे लिखी. जवाब में बीनू सिंह ने कहा कि जांच करके FIR लिखी गई तो रौबदार लहजे में मंत्री ने कहा कि आपको आए 4 दिन हुए हैं. 4 दिन में कौन सी जांच कर ली. बीनू सिंह ने मंत्री जी का मान रखते हुए कहा कि मेरे आने से पहले ही शिकायत की गई थी. जांच करने के बाद FIR लिखी है मैडम.

इसे भी पढ़ें- पॉजिटिव न्यूज दिखाए मीडिया: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य

ईटीवी भारत से बातचीत में मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि वह क्षेत्र की विधायक हैं. इस नाते लोग उनके पास अपनी समस्याएं लेकर आते हैं. ऐसे में संबंधित अधिकारी को फोन करके सच्चाई से अवगत कराने कि हमारी जिम्मेदारी है. इसी के चलते सीओ को फोन करके आरोपी पक्ष पर भी ध्यान देने की बात कही थी. अगर मेरी किसी बात से सीओ बीनू सिंह को समस्या थी तो अपने एसएसपी और डीजीपी से शिकायत कर सकती थी, लेकिन इस तरह से ऑडियो रिकॉर्ड करके वायरल करना ठीक नहीं है.

इस व्यवहार के लिए मैं बीनू सिंह की शिकायत करूंगी. ईटीवी से बातचीत में स्वाति सिंह ने अंसल के बारे में जानकारी न होने की बात कही है. वहीं सीओ कैंट बीनू सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा की उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी और मंत्री स्वाति सिंह के बीच हुई बात कैसे लीक हुई.

लखनऊः भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की पुलिसिंग व्यवस्था को बेहतर करने के लिए तमाम दावे कर रहे हैं. वहीं जब पुलिस कार्रवाई करने के लिए तैयार होती है तो योगी सरकार के मंत्री ही पुलिस कर्मचारियों को धमकाते हैं. मामला राजधानी लखनऊ कैंट का है. यहां तैनात सीओ बीनू सिंह को मंत्री स्वाति सिंह अंसल केस की पैरवी करते हुए धमकाती नजर आ रही हैं. इसका एक ऑडियो टेप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

मंत्री स्वाति सिंह और सीओ बानू सिंह के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल.

वाट्सऐप पर वायरल हो गया है ऑडियो
आरोपियों की मदद करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह पुलिस अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाकर बैठक करती हैं. सवाल यह उठता है कि आखिर इस बैठक में होता क्या है और पुलिस अधिकारियों को क्या समझाया जाता है. एक ऑडियो वाट्सऐप पर वायरल हो रहा है. इसमें मंत्री स्वाति सिंह सीओ कैंट बीनू सिंह से बात करते हुए अंसल ग्रुप के खिलाफ दर्ज की गई FIR को गलत बता रही हैं और कह रही है कि अंसल पर कोई FIR न लिखी जाए. इसका ऊपर से निर्देश है. स्वाति सिंह को जानकारी देते हुए बीनू सिंह ने कहा कि FIR जांच करने के बाद ही लिखी गई है.

बैठक करने की कही है बात
हद तो तब हो गई जब मंत्री ने रौब दिखाते हुए पुलिस अधिकारी से कहा कि आपको मालूम नहीं है कि यह मामला हाईप्रोफाइल है. मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में भी है आपने FIR कैसे लिखी. जवाब में बीनू सिंह ने कहा कि जांच करके FIR लिखी गई तो रौबदार लहजे में मंत्री ने कहा कि आपको आए 4 दिन हुए हैं. 4 दिन में कौन सी जांच कर ली. बीनू सिंह ने मंत्री जी का मान रखते हुए कहा कि मेरे आने से पहले ही शिकायत की गई थी. जांच करने के बाद FIR लिखी है मैडम.

इसे भी पढ़ें- पॉजिटिव न्यूज दिखाए मीडिया: डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य

ईटीवी भारत से बातचीत में मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि वह क्षेत्र की विधायक हैं. इस नाते लोग उनके पास अपनी समस्याएं लेकर आते हैं. ऐसे में संबंधित अधिकारी को फोन करके सच्चाई से अवगत कराने कि हमारी जिम्मेदारी है. इसी के चलते सीओ को फोन करके आरोपी पक्ष पर भी ध्यान देने की बात कही थी. अगर मेरी किसी बात से सीओ बीनू सिंह को समस्या थी तो अपने एसएसपी और डीजीपी से शिकायत कर सकती थी, लेकिन इस तरह से ऑडियो रिकॉर्ड करके वायरल करना ठीक नहीं है.

इस व्यवहार के लिए मैं बीनू सिंह की शिकायत करूंगी. ईटीवी से बातचीत में स्वाति सिंह ने अंसल के बारे में जानकारी न होने की बात कही है. वहीं सीओ कैंट बीनू सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा की उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनकी और मंत्री स्वाति सिंह के बीच हुई बात कैसे लीक हुई.

Intro:
नोट- ऑडियो को रैप से भेजने का प्रयास किया जा रहा है पर ऑडियो फाइल सेंड नहीं हो रही है फिलहाल ग्रुप में स्वाती सिंह व सीओ बीनू सिंह के बातचीत का वीडियो भेजा गया है


लखनऊ। भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की पुलिसिंग को बेहतर करने के लिए तमाम दावे क्यों न करते हो, लेकिन जब पुलिस कार्यवाही करने का मन बनाती है तो योगी सरकार के मंत्री ही पुलिस कर्मचारियों को धमकाते हैं मामला राजधानी लखनऊ के कैंट का है जहां सरकार में मंत्री स्वाती सिंह सीओ कैं बीनू सिंह को अंसल की पैरवी करते हुए धमकारी नजर आ रही है। मंत्री ने सीओ से फोन पर बात करते हुए कहा कि 'अगर यहां काम करना है तो आपको हमारे हिसाब से ही काम करना होगा' काम के तरीके को समझने के लिए हमारे साथ बैठ लीजिए।

आरोपियों की मदद करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह पुलिस अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाकर बैठक करती हैं सवाल यह उठता है कि आखिर इस बैठक में होता क्या है? और पुलिस अधिकारियों को क्या समझाया जाता है? एक ऑडियो व्हाट्सएप पर वायरल हो रहा है जिसमें मंत्री स्वाति सिंह सीओ कैंट बीनू सिंह से बात करते हुए अंसल के खिलाफ दर्ज की गई f.i.r. को गलत बता रही हैं और कह रही है कि अंसल पर कोई एफआइआर न लिखने का ऊपर से निर्देश है। स्वाति सिंह को जानकारी देते हुए बीनू सिंह ने कहा कि f.i.r. जांच करने के बाद ही लिखी गई है। हद तो तब हो गई जब मंत्री ने रौब दिखाते हुए पुलिस अधिकारी से कहा कि आपको मालूम नहीं है कि यह मामला हाईप्रोफाइल है मुख्यमंत्री जी के संज्ञान में भी है आपने f.i.r. कैसे लिख? जवाब में बीनू सिंह ने कहा कि जांच करके f.i.r. लिखी गई तो रोबदार लहजे में मंत्री ने कहा कि आपको आए 4 दिन हुए हैं 4 दिन में कौन सी जांच कर ली? बीनू सिंह ने मंत्री जी का मान रखते हुए कहा कि मेरे आने से पहले ही शिकायत थी। जांच करने के बाद एफआइआर लिखी है मैड़म।
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर जब सरकार के मंत्री और जनता के प्रतिनिधि ही जांच करके लिखी गई f.i.r. के खिलाफ पैरवी करेंगे और अधिकारी को बुलाकर बिठाने की बात करेंगे संवाददाता
प्रशांत मिश्रा
9026392526Body:तो फिर कानून व्यवस्था कैसे बेहतर होगी। सवाल यह भी है कि इन हालातों में प्रदेश की कानून व्यवस्था कैसे बेहतर होगी?


Conclusion:
Last Updated : Nov 19, 2019, 12:50 PM IST
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