लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) में शुक्रवार को जॉर्जियन Alufest का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में केजीएमयू की छात्रा रही डॉ संगीता तलवार डायरेक्टर एमएएमसी न्यू दिल्ली, प्रोफेसर वीणा जैन हेड प्रोस्थोडॉन्टिक्स डिपार्टमेंट आईआईएमएस न्यू दिल्ली और साउथ अफ्रीका से डॉक्टर रेड्डी ने हिस्सा लिया. ऑनलाइन माध्यम से Alufest में जुड़े केजीएमयू के पूर्व छात्र रहे इन सभी डॉक्टरों ने दातों के आधुनिक इलाज को लेकर चर्चा की.
ऑनलाइन माध्यम से Alufest में जुड़े केजीएमयू के पूर्व छात्र. गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने दिया था सुझावकेजीएमयू के दीक्षांत समारोह के मौके पर उत्तर प्रदेश की गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने यह सुझाव दिया था केजीएमयू से पास आउट हुए अनेक डॉक्टरों ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य किया है. उन्होंने कहा था कि हमें उनके अनुभवों से सीख लेनी चाहिए जिससे कि केजीएमयू बेहतर इलाज देने के साथ-साथ बेहतर डॉक्टरों का निर्माण भी कर सके.उनकी इसी बात को ध्यान में रखते हुए केजीएमयू में जॉर्जियन Alufest कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसमें केजीएमयू के पूर्व छात्र अपने अनुभव केजीएमयू के छात्रों के साथ साझा करते हैं.प्रोफेशनल एथिक्स को लेकर हुई चर्चा जॉर्जियन Alufest में जहां दातों के आधुनिक इलाज को लेकर चर्चा हुई, वहीं जॉर्जियन Alufest में डॉक्टरों की प्रोफेशनल एथिक्स को लेकर भी चर्चा की गई. कार्यक्रम का हिस्सा रही प्रोफेसर वीना ने कहा कि डॉक्टर की जिम्मेदारी जहां अपने पेशेंट को बेहतर इलाज देकर उसकी समस्याओं का निदान करना है, तो वहीं एक अच्छे डॉक्टर को अपने एथिक्स का पालन भी करना चाहिए. जितना आवश्यक मरीज का बेहतर इलाज करना है उतना ही आवश्यक बीमारी से ग्रसित मरीज के साथ बेहतर व्यवहार और प्रोफेशनल एथिक्स का पालन करना भी है.