लखनऊः राजधानी में बुधवार को दिनभर ऑक्सीजन का संकट छाया रहा. उधर सरकार भरपूर ऑक्सीजन के दावे करती रही. स्थिति यह हुई कि अस्पतालों ने दिन में ही 'नो ऑक्सीजन' के पोस्टर लगा दिए. वहीं देर रात चरक अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से एक की मौत भी हो गई और कई लोगों की जिंदगी दांव पर लगी हुई है.
देर रात लड़खड़ा गई व्यवस्था
ठाकुरगंज स्थित चरक अस्पताल में दिन से ही ऑक्सीजन का संकट रहा. अस्पताल प्रशासन ने जिला प्रशासन को सूचना दी. इधर-उधर से कुछ सिलेंडर की व्यवस्था की गई, लेकिन देर रात व्यवस्था लड़खडा गई. अस्पताल प्रशासन ने तीमारदारों को दूसरी जगह मरीज शिफ्ट करने का फरमान सुना दिया. इस बीच एक मरीज की मौत हो गई. 40 मरीजों की जिंदगी दांव पर है. अस्पताल के डायरेक्टर प्रदीप सिंह को फोन मिलाया गया, लेकिन रिसीव नहीं हुआ.
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रिटायर्ड DIG की कोरोना से हुई मौत
रिटायर्ड डीआईजी संजय श्रीवास्तव की बुधवार रात कोरोना से मौत हो गई. कुछ दिनों से बुखार के साथ सर्दी जुकाम से पीड़ित थे. सांस लेने में दिक्कत की वजह से उनका निधन हो गया.
60 अस्पतालों में ऑक्सीजन का संकट
राजधानी में देर रात ऑक्सीजन संकट और गहरा गया. शहर के करीब 60 अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म होने का नोटिस चस्पा कर दिया गया. वहीं होमआईसोलेशन के भी हजारों मरीजों की जिंदगी दांव पर लगी है. करीब 25 हजार मरीजों को ऑक्सीजन के संकट का सामना करना पड़ रहा है. इसमें आठ हजार मरीज गंभीर हैं.