लखनऊ: जिले के आलम बाग स्थित ईको गार्डन में नौसेना का जवान परिवार सहित धरने पर बैठ गया है. दबंगों से अपनी पैतृक जमीन को मुक्त कराने के लिए नौसेना में कार्यरत एटा जिले के रहने वाले पुरुषोत्तम गांधी ने अपने परिवार के साथ गुरुवार से अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया. पुरुषोत्तम गांधी ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है कि भू-माफिया और दबंगों की सांठगांठ के चलते उसे न्याय नहीं मिल पा रहा है. जिसके चलते वह इको गार्डन में अपने परिवार के साथ न्याय की आस में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने को मजबूर है.
धरने पर बैठा परिवार
भू-माफिया और दबंगों पर शिकंजा कसने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फरमान एटा जिले में तार-तार होता नजर आ रहा है. एटा जिले की जलेसर तहसील के अंतर्गत ग्राम गढ़िया मजरा हसन अलीपुर बसई में पुरुषोत्तम गांधी रहते हैं. वह दबंगों से अपनी जमीन मुक्त कराने की मांग को लेकर परिवार के साथ ईको गार्डन में धरने पर बैठ गए हैं. नौसेना में कार्यरत पीड़ित पुरुषोत्तम गांधी ने बताया कि वह न्याय के लिए तहसील से लेकर जिला अधिकारी कार्यालय का चक्कर काट-काट कर थक चुका है. आरोप है कि उसकी जमीन पर गांव के तूफान सिंह पुत्र विजय सिंह, हेत सिंह पुत्र रतन सिंह, रामपाल सिंह पुत्र गंगाराम, सत्यवीर सिंह पुत्र रामपाल, तुलसन पाल पुत्र फतेह सिंह आदि लोगों ने गुंडे और दबंगई के बल पर अवैध ढंग से कब्जा कर लिया है. पीड़ित के अनुसार वह नौसेना में कार्यरत है और परिवार के साथ मुंबई में रहता है. इसका फायदा उठाते हुए दबंग लोगों ने लॉकडाउन में उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया. पीड़ित ने इसकी शिकायत जिले के उच्चाधिकारियों से की गई. इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
जान से मारने की मिल रहीं धमकियां
पीड़ित की पत्नी की मानें तो उसके परिवार को विपक्षी जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं. प्रशासन विपक्षियों के पक्ष में खड़ा है. अब देखने वाली बात यह होगी कि लखनऊ में धरना देने के बाद पीड़ित परिवार की आवाज योगी आदित्यनाथ के कानों तक पहुंचती हैं या नहीं.