लखनऊ: प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने वर्चुअल क्लास रूम के माध्यम से साल 2019 सिपाही ट्रेनिंग का शुभारंभ किया. यह ट्रेनिंग प्रदेश भर में 94 केंद्रों पर करीब 25 हजार सिपाहियों को दी जाएगी. इसमें कार्यक्षमता, टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा.
- यूपी पुलिस में पुलिसकर्मियों की कमी को देखते हुए भर्ती की गई थी.
- इन सिपाहियों को ट्रेनिंग देने के उद्देश्य से वर्चुअल ट्रेनिंग की शुरुआत की गई.
- इसकी शुरुआत प्रदेश भर में 94 केंद्रों पर करीब 6 महीने के लिए की गई है.
- 25 हजार सिपाहियों में से करीब 6 हजार महिला सिपाही हैं.
- इसमें सीआरपीएफ, सीआईएसएफ और अन्य सिपाही भी शामिल होंगे.
कमेटी के माध्यम से इस ट्रेनिंग में तीन महत्वपूर्ण बातों पर विशेष ध्यान दिया गया है. जिसमें कार्यक्षमता, टेक्नोलॉजी और ट्रेनिंग शामिल है. कार्यक्षमता को बढ़ाने का काम किया गया है, जिसमें जालौन और सुलतानपुर में ट्रेनिंग सेंटर खोले गए हैं. प्रमुख पार्क टेक्नोलॉजी बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है. जिसके जरिए प्रदेश को दूसरे प्रदेशों से जोड़ने का काम किया जा रहा है. तीसरी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि योग्यता के अनुसार किसे, कहां, कैसी ट्रेनिंग देनी है, इस पर ध्यान दिया जाएगा.
-ओपी सिंह, डीजीपी