लखनऊ : राजधानी की बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था से नाराज सूबे के नए डीजीपी ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर समेत ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में डीजीपी ने पुलिस कमिश्नर को निर्देश दिए कि राजधानी में जाम लगने की स्थिति में ड्रोन कैमरे का प्रयोग किया जाए. जिससे ट्रैफिक जाम लगने का असल कारण जाना जा सके, जिससे मार्ग खुलवाया जाए. इसके अलावा डीजीपी ने ट्रैफिक कमांड सेंटर खोलने समेत कई दिशा निर्देश दिए हैं.
राजधानी में ट्रैफिक सुचारू रूप से चलाया जा सके, इसके लखनऊ को पांच जोन व 11 सेक्टर में बांटा गया है. जोन स्तर पर सहायक पुलिस आयुक्त व सेक्टर में ट्रैफिक इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारियों को लगाया जाता है. बावजूद इसके राजधानी में लोगों को रोजाना ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है. ऐसे में मंगलवार को डीजीपी आर के विश्वकर्मा ने पुलिस कमिश्नर लखनऊ एसबी शिरडकर, डीसीपी ट्रैफिक लखनऊ के साथ बैठक की और कई अहम दिशा निर्देश दिए.
- लखनऊ कमिश्नरेट में सुदृढ़ यातायात व्यवस्था बनाये रखने के लिये ट्रैफिक कमांड सेंटर बनाया जाये.
- यातायात व्यवस्था को सुगम एवं निर्बाध बनाये रखने के लिये आवश्यकतानुसार ड्रोन कैमरे का भी उपयोग किया जाये.
- ई-रिक्शा के परिवहन के लिए मार्ग निर्धारित किया जाये.
- नो इंट्री व डायवर्जन का कड़ाई से अनुपालन कराया जाये.
- आईटीएमएस (Integrated Traffic Management System) के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यवाही की जाये.
- लखनऊ के 155 ट्रैफिक सिग्नलों में से तकनीकी कारणों से खराब चल रहे सिग्नलों के लिए सम्बन्धित विभाग से वार्ता कर शीघ्र संचालित कराया जाये.
- अवैध टैक्सी स्टैंडों के विरूद्ध अभियान चलाकर कार्यवाही की जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि कोई भी अवैध टैक्सी स्टैंड संचालित न होने पाये. यह कार्यवाही सत्त प्रक्रिया के रूप मे जारी रहे.
- नगर निगम, पीडब्लूडी आदि सम्बन्धित विभागों से समन्वय स्थापित कर महत्वपूर्ण चौराहों आदि स्थानों के आधुनिकीकरण एवं भविष्य की चुनौतियों के अनुरूप ट्रैफिक एक्शन प्लान तैयार किया जाये.
- स्कूल काॅलेज के आस-पास यातायात व्यवस्था के लिये जिला प्रशासन व स्कूल काॅलेज प्रशासन से समन्वय स्थापित कर सुदृढ़ यातायात व्यवस्था बनायी जाये.
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