लखनऊ: मुरादाबाद और बरेली जिले में कार्तिक पूर्णिमा पर नदी में गंदगी का अंबार देखकर हजारों श्रद्धालु वापस लौटे गए. स्नान करने से बीमारियों के खतरे के अंदेशे से भक्तों ने नदी में डुबकी नहीं लगाई. साथ ही प्रशासन की नाकामी को कोसते हुए श्रद्धालुओं ने सिर्फ जल का आचमन की किया और वापस लौट गए.
मुरादाबाद में कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के लिए सुबह से ही लोगों का तांता नदियों के किनारे लगा रहा. पीतलनगरी मुरादाबाद में कार्तिक पूर्णिमा पर नदियों का प्रदूषण हावी रहा और नदियों में गंदगी देख लोग बिना स्नान किये ही वापस लौटते नजर आए.
जानें क्यों मनाते हैं कार्तिक पूर्णिमा
- भगवान विष्णु को प्रिय है कार्तिक मास की पूर्णिमा इसलिए पुण्य मास माना जाता है.
- इस दिन कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान और दान का खास महत्व है.
- पूरे प्रदेश में कार्तिक पूर्णिमा पर नदियों में स्नान करने की परम्परा है.
क्या है नदियों का हाल
- प्रदूषित पानी के चलते श्रद्धालु बिना स्नान किए वापस लौट गए.
- प्रदेश के कई जिलों की नदियों का पानी बहुत अधिक प्रदूषित हो गया है.
- श्रद्धालुओं ने प्रशासन पर नदियों की अनदेखी का आरोप भी लगाया.
- बरेली में नदियों का पानी प्रदूषित देख भक्त बिना स्नान किए वापस लौट गए.