लखनऊः उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सरकार की अति महत्वाकांक्षी परियोजना ‘राम वन गमन मार्ग’ के पूर्ण होने से चित्रकूट और अयोध्या में पर्यटकों की बेशुमार वृद्धि होगी. वहीं यह परियोजना आगामी महाकुम्भ के आयोजन में आवागमन के दृष्टिकोण से अत्यन्त उपयोगी और महत्वपूर्ण साबित होगी. मौर्य ने आज NHAI एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारियों द्वारा इस परियोजना के वेबिनार के जरिये हुए प्रजेंटेशन के दौरान उक्त विचार व्यक्त किए.
उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रयागराज में आगामी महाकुम्भ के पहले-पहले इस परियोजना को हर हाल में पूरा किया जाय. उन्होंने प्रयागराज में 4 लेन इनर रिंग रोड को भी महाकुम्भ से पूर्व पूरा करने के निर्देश दिए. उन्होने कहा कि महाकुम्भ में 50 करोड़ लोगों के आने की सम्भावना है, इस दृष्टिकोण से राम वन गमन मार्ग, प्रयागराज 4 लेन इनर रिंग रोड, प्रयागराज के फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्मित सेतु के समानान्तर नए 6 लेन सेतु, चकेरी-प्रयागराज के 6 लेन चौड़ीकरण एवं हण्डिया राजातालाब सेक्शन के 6 लेन चौड़ीकरण कार्य पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए.
दो पैकेज में बनेगा राम वन गमन मार्ग
राम वन गमन मार्ग के संरेखण के वेबिनार के जरिये किए गए प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि इसका निर्माण 2 पैकेजों में प्रस्तावित किया गया है. प्रथम पैकेज की लम्बाई 54.50 किमी और द्वितीय पैकेज की लम्बाई 46.80 किमी आंकलित की गई है. प्रथम पैकेज के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम के निकट गंगा नदी पर एक किमी लम्बा दीर्घ सेतु एवं राजापुर के निकट महेवा घाट पर यमुना नदी पर लगभग 600 मीटर लम्बाई का दीर्घ सेतु बनाया जायेगा.
102 किमी लंबा होगा राम वन गमन मार्ग
राम वन गमन मार्ग परियोजना की कुल लम्बाई 102 किमी होगी. इसमें 2 दीर्घ सेतु, 2 आरओबी और 2 फ्लाईओवर निर्मित किए जाने प्रस्तावित हैं. परियोजना की 102 किमी लम्बाई में से लगभग 60 किमी लम्बाई हरित क्षेत्र से होकर जायेगी. परियोजना के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 452 करोड़ रुपये का वित्तीय अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है.
इनर रिंग रोड का काम शीघ्र होगा शुरू
प्रयागराज में प्रस्तावित 4 लेन इनर रिंग रोड के संरेखण के प्रस्तुतीकरण में बताया गया कि प्रस्तावित प्रयागराज इनर रिंग रोड की कुल लम्बाई 98 किमी है. इसमें से 68 किमी ग्रीन फील्ड की और 30 किमी की लम्बाई प्रयागराज के वर्तमान बाईपास की है. इस परियोजना की अनुमानित लागत 6879 करोड़ रुपये है. 4 लेन इनर रिंग रोड निर्माण के लिए NHAI द्वारा भूमि अधिग्रहरण की कार्यवाही के लिए धारा-3(1) का प्रकाशन जनवरी 2020 में ही किया जा चुका है. परियोजना प्रारम्भ करने की आवश्यक कार्यवाही NHAI मुख्यालय स्तर पर की जा रही है. उप मुख्यमंत्री ने इसका कार्य शीघ्र प्रारम्भ कराने के निर्देश NHAI के अधिकारियों को दिए.
2 हजार करोड़ की लागत से बनेगा 6 लेन का ब्रिज
अधिशासी अभियन्ता, पीआईयू, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा सड़क संख्या-96 पर प्रयागराज में और फाफामऊ में गंगा नदी पर निर्मित सेतु के समानान्तर नये 6 लेन सेतु के निर्माण के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण के दौरान उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सेतु कार्य की निविदा की स्वीकृति शीघ्र निर्गत की जाए. उन्होने कहा कि इसके निर्माण में यदि कहीं कोई दिक्कत आ रही हो तो उसे अवगत कराते हुए उसका निराकरण सुनिश्चित कर लिया जाए. इस परियोजना की लागत लगभग 2 हजार करोड़ आंकलित की गई है.
सड़क सुरक्षा के मानकों पर विशेष ध्यान
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लोक निर्माण विभाग, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अधिकारी शासन और प्रशासन के अधिकारियों से समन्वय कर सभी आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कर लें. मौर्य ने इस दौरान चकेरी-प्रयागराज के 6 लेन मार्ग के चौड़ीकरण कार्य एवं हण्डिया राजातालाब सेक्शन के 6 लेन चौड़ीकरण कार्य की प्रगति की समीक्षा की. इस दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन कार्यों को त्वरित गति से कराते हुए शीघ्र पूरा किया जाय. उप मुख्यमंत्री ने सभी परियोजनाओं में सड़क सुरक्षा के मानकों पर विशेष रूप से ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए.