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डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल का किया निरीक्षण, दिए ये निर्देश

लखनऊ के राजाजीपुरम रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल (Rajajipuram Rani Laxmibai Hospital) का डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने निरीक्षण किया. साथ ही कमी मिलने पर उन्हें जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए.

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डिप्टी सीएम बृजेश पाठक
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Published : Sep 15, 2022, 6:22 PM IST

लखनऊ: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने बृहस्पतिवार को राजाजीपुरम रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल (Rajajipuram Rani Laxmibai Hospital) का निरीक्षण किया. इस दौरान कुछ कमियां मिली, जिन्हें दुरुस्त कराने के निर्देश भी दिए. इतना ही नहीं दोपहर करीब डेढ़ बजे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल पहुंचे तो गेट के निकट दांतों की बीमारी से पीड़ित बुजुर्ग मिले.

उन्हें इलाज से पहले कोविड जांच कराने की सलाह दी थी. मरीज की पीड़ा देख वह रुक गए. उन्होंने अस्पताल की सीएमएस डॉ. संगीता टंडन से पूछा कि क्या दांतों के इलाज से पहले कोविड जांच जरूरी है. इस पर डॉ. संगीता ने कहा कि यदि किसी भी मरीज में कोविड के लक्षण दिखते हैं तो एहतियातन जांच कराई जाती है ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके. इसके बाद ही प्राथमिक इलाज मरीज को दिया जाता है.

टिटनेस का इंजेक्शन क्यों नहीं है
इसके बाद डिप्टी सीएम फार्मेसी पहुंचे. यहां उन्होंने मरीजों की दवाओं के बारे में जानकारी जुटाई. साथ ही इमरजेंसी ड्रग लिस्ट के बार में चर्चा की. इस दौरान फार्मेसी की व्यवस्था ठीक मिली. इमरजेंसी ड्रग लिस्ट दीवार पर चस्पा थी. पर्याप्त दवाएं भी फार्मेसी में मिली. वहीं, डिप्टी सीएम ने जब टिटनेस के इंजेक्शन के बारे में पूछा तो सीएमएस ने बताया कि टिटनेस का इंजेक्शन आपूर्ति में नहीं मिल रहा है लिहाजा लोकल परचेज के बजट से टिटनेस का इंजेक्शन खरीदा जा रहा है.

यह भी पढ़ें- लखीमपुर पुलिस का खुलासा, दो बहनों की रेप के बाद की गयी थी हत्या, छह आरोपी गिरफ्तार

ये! एक्सरे देखने की मशीन पट्टी के सहारे...
डिप्टी सीएम ने हड्डी रोग विभाग की हालत देखकर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि एक्सरे देखने की मशीन पट्टी के सहारे क्यों बांधी गई है? जगह-जगह गंदगी है. यहां सफाई कब से नहीं हुई. तार भी खुले हैं. फर्नीचर भी टूटा है. अस्पताल प्रशासन ने डिप्टी सीएम के सवालों पर लीपापोती शुरू की. डिप्टी सीएम ने तुरंत व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. इसके बाद डिप्टी सीएम कुष्ठ निवारण कक्ष में गए. यहां कर्मचारी तैनात किए गए. डिप्टी सीएम ने मरीजों के बारे में जानकारी ली तो कर्मचारी ने बताया कि कुल 12 मरीज पंजीकृत हैं, जिन्हें दवाएं देते हैं. फिर घर जाकर समय-समय पर मरीज और उनके परिवारीजनों की सेहत का हाल लेते हैं. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अस्पताल की सीएमएस से कुष्ठ रोगियों की सेवा में लगे कर्मचारी को अतिरिक्त जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए.

यह भी पढ़ें- राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी, कई गरीब कुम्हारों के घर होंगे रोशन

वहीं, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सर्जरी विभाग में मौजूद डॉक्टर से मिले और ओपीडी में मौजूद मरीजों के बारे में जानकारी ली. डॉक्टर ने बताया कि 60 मरीज देखे. डिप्टी सीएम ने पूछा ऑपरेशन नियमित होते हैं. डॉक्टर ने कहा हां. फिर डिप्टी सीएम ने ऑपरेशन थिएटर का जायजा लेते हुए जानकारी लगी.

लखनऊ: डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brijesh Pathak) ने बृहस्पतिवार को राजाजीपुरम रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल (Rajajipuram Rani Laxmibai Hospital) का निरीक्षण किया. इस दौरान कुछ कमियां मिली, जिन्हें दुरुस्त कराने के निर्देश भी दिए. इतना ही नहीं दोपहर करीब डेढ़ बजे डिप्टी सीएम बृजेश पाठक रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल पहुंचे तो गेट के निकट दांतों की बीमारी से पीड़ित बुजुर्ग मिले.

उन्हें इलाज से पहले कोविड जांच कराने की सलाह दी थी. मरीज की पीड़ा देख वह रुक गए. उन्होंने अस्पताल की सीएमएस डॉ. संगीता टंडन से पूछा कि क्या दांतों के इलाज से पहले कोविड जांच जरूरी है. इस पर डॉ. संगीता ने कहा कि यदि किसी भी मरीज में कोविड के लक्षण दिखते हैं तो एहतियातन जांच कराई जाती है ताकि संक्रमण के प्रसार को रोका जा सके. इसके बाद ही प्राथमिक इलाज मरीज को दिया जाता है.

टिटनेस का इंजेक्शन क्यों नहीं है
इसके बाद डिप्टी सीएम फार्मेसी पहुंचे. यहां उन्होंने मरीजों की दवाओं के बारे में जानकारी जुटाई. साथ ही इमरजेंसी ड्रग लिस्ट के बार में चर्चा की. इस दौरान फार्मेसी की व्यवस्था ठीक मिली. इमरजेंसी ड्रग लिस्ट दीवार पर चस्पा थी. पर्याप्त दवाएं भी फार्मेसी में मिली. वहीं, डिप्टी सीएम ने जब टिटनेस के इंजेक्शन के बारे में पूछा तो सीएमएस ने बताया कि टिटनेस का इंजेक्शन आपूर्ति में नहीं मिल रहा है लिहाजा लोकल परचेज के बजट से टिटनेस का इंजेक्शन खरीदा जा रहा है.

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ये! एक्सरे देखने की मशीन पट्टी के सहारे...
डिप्टी सीएम ने हड्डी रोग विभाग की हालत देखकर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि एक्सरे देखने की मशीन पट्टी के सहारे क्यों बांधी गई है? जगह-जगह गंदगी है. यहां सफाई कब से नहीं हुई. तार भी खुले हैं. फर्नीचर भी टूटा है. अस्पताल प्रशासन ने डिप्टी सीएम के सवालों पर लीपापोती शुरू की. डिप्टी सीएम ने तुरंत व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए. इसके बाद डिप्टी सीएम कुष्ठ निवारण कक्ष में गए. यहां कर्मचारी तैनात किए गए. डिप्टी सीएम ने मरीजों के बारे में जानकारी ली तो कर्मचारी ने बताया कि कुल 12 मरीज पंजीकृत हैं, जिन्हें दवाएं देते हैं. फिर घर जाकर समय-समय पर मरीज और उनके परिवारीजनों की सेहत का हाल लेते हैं. डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने अस्पताल की सीएमएस से कुष्ठ रोगियों की सेवा में लगे कर्मचारी को अतिरिक्त जिम्मेदारी देने के निर्देश दिए.

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वहीं, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक सर्जरी विभाग में मौजूद डॉक्टर से मिले और ओपीडी में मौजूद मरीजों के बारे में जानकारी ली. डॉक्टर ने बताया कि 60 मरीज देखे. डिप्टी सीएम ने पूछा ऑपरेशन नियमित होते हैं. डॉक्टर ने कहा हां. फिर डिप्टी सीएम ने ऑपरेशन थिएटर का जायजा लेते हुए जानकारी लगी.

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