लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद कहा कि समाजवादी पार्टी को अब प्रदेश की जनता ने नकार दिया है. चाहे जितने बहाने बना लें मगर यह सच है कि उत्तर प्रदेश में उनका जनाधार खत्म हो चुका है और भारतीय जनता पार्टी को हर वर्ग ने स्वीकार किया है. उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि अभी केंद्रीय नेतृत्व इस हार की समीक्षा करेगा और उसके बाद में ही हम कुछ कह सकेंगे.
निकाय चुनाव में संभावित जीत के बाद ईटीवी भारत से विशेष बातचीत करते हुए ब्रजेश पाठक ने कहा कि 'निश्चित तौर पर भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की पहली पसंद बन चुकी है. हम लोकसभा चुनाव में 75 प्लस का टारगेट लेकर चल रहे हैं. निकाय चुनाव की जीत हमको उस लक्ष्य तक जरूर पहुंचाएगी. शहरी मतदाता ने हमारा पूरा साथ दिया है. हर नगर निगम में हमारी भारी जीत हो रही है. निश्चित तौर पर समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी सभी को हमारी इस जीत से सबक लेना चाहिए कि जनता से दूर रहने वालों का क्या हाल होता है'.
बहुजन समाज पार्टी अपने उम्मीदवार भारतीय जनता पार्टी को जिताने के लिए उतार रही है. समाजवादी पार्टी के इस आरोप को लेकर ब्रजेश पाठक ने कहा कि 2019 का चुनाव दोनों पार्टियों ने एक साथ मिलकर लड़ा था. इसके बावजूद उनको हार का सामना करना पड़ा था. 2017 के चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर सपा ने लड़ा था. जबकि 2022 का विधानसभा चुनाव तो सभी के साथ मिलकर लड़ा गया. इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी को जीत मिली है, उनको अपने बारे में सोचना चाहिए न कि भारतीय जनता पार्टी के बारे में'.
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