लखनऊ: यूपी में शिक्षा व्यवस्था पहले से बेहतर हुई, नए कोर्स शुरू हो रहे हैं. शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आ रहा है. 2017 से पहले यूपी के छात्र दिल्ली व दूसरे प्रान्तों में पढ़ाई के लिए जाते थे. वहां खुद को यूपी का वाशिंदा बताने में घबराते थे. यूपी का नाम आते ही लोग किराए पर कमरा तक देने में हिचकते थे. अब मौहाल बदल गया है. प्रदेश में आधुनिक व रोजगार परक कोर्स का संचालन हो रहा है. शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आया है. यह बात प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान कही.
वो मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इससे पहले उप मुख्यमंत्री ने डिजिटल क्लॉक का लोकापर्ण किया. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार एवं लखनऊ विश्वविद्यालय के पॉपुलेशन रिसर्च सेंटर, डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक्स द्वारा कार्यक्रम हुआ.
युवाओं को मिलेगा रोजगार: उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश की गणना बीमारू राज्य में होती थी. अपराध के लिए पहचाना जाता था. कदम-कदम पर अव्यवस्था रहती थी. अब माहौल बदल गया है. प्रदेश आर्थिक मोर्च पर तेजी से आगे बढ़ रहा है. नए कोर्स व शिक्षण संस्थान स्थापित हो रहे हैं. रोजगार के अवसरों का सृजन हो रहा है. संसाधन जुटाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि डिजिटल क्लॉक विकास में मददगार साबित होगा.
लखनऊ यूनिवर्सिटी में ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश में सड़कें बेहतर हो रही हैं. मौजूदा समय में दो लाख 70 हजार किलोमीटर पक्की सड़कें हैं. सबसे ज्यादा यूपी में 21 हवाई हड्डे हैं. 24 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है. 25 हजार मेगावॉट बिजली की रोज खपत हो रही है. जबकि 30 हजार मेगावॉट बिजली का निर्माण हो रहा है. गरीब जनता को निशुल्क राशन बांटा जा रहा है. ऐसा तब है जब पड़ोसी मुल्क में आटा के लिए जद्दोजहद चल रही है. कार्यक्रम में लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आलोक राय आदि मौजूद रहे.
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