लखनऊ : कोरोना ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया है. कोविड-19 ने कारोबार के साथ-साथ अब लोगों के दिमाग पर भी असर डालना शुरू कर दिया है. राजधानी के राजाजीपुरम इलाके में एक ऐसा ही मामला सामने आया है. यहां कोरोना के चलते एक रिटायर्ड इंजीनियर डिप्रेशन का शिकार हो गए. डिप्रेशन का इलाज चल ही रहा था कि वह सोमवार सुबह घर से लापता हो गए. परिजनों का कहना है कि इलाज के बाद वह पूरी तरीके से ठीक हो गए थे. परिजनों ने लापता होने की सूचना तालकटोरा थाने में दी है.
अचानक घर से बाहर निकले और फिर लौटे नही
राजधानी के राजाजीपुरम स्थिति ब्लॉक में गोपाल चंद्र श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ रहते हैं. गोपाल की उम्र लगभग 75 वर्ष है. गोपाल चंद श्रीवास्तव रेलवे में इंजीनियर के पद से रिटायर हुए थे. हाल ही में कोविड-19 के चलते गोपाल डिप्रेशन का शिकार हो गए थे. इसके बाद उनका इलाज चल रहा था. सोमवार सुबह वह अपने घर की बालकनी में बैठे हुए थे. करीब 11:30 बजे अचानक घर से बाहर निकले और फिर वापस नहीं लौटे. लापता रिटायर्ड इंजीनियर के दो बेटियां, एक बेटा है. बेटा सिंगापुर में नौकरी करता है और एक बेटी यूएस में है.
परिजनों ने बताया कि वह कोरोना के बाद से ही डिप्रेशन में थे. इसके कारण वह आइसोलेटेड हो गए थे. उनको लगता था कि ऐसा न हो कि कोरोना हो जाए. यह पता नहीं कब तक रहेगा. बैंक कैसे जाऊंगा? घर कैसे चलेगा? परिजनों ने बताया कि नेगेटिव थिंकिंग लगातार उनके दिमाग में चल रही थी. वह रेलवे में इंजीनियर के पद से रिटायर हुए थे. परिजनों ने बताया कि इसकी जानकारी पुलिस को दी है. सीसीटीवी में उनकी फुटेज दिखाई दी है.