लखनऊः भाजपा के कार्यकर्ताओं के प्रति अपशब्दों का इस्तेमाल कर उन्हें अपमानित करने के आरोपों को लेकर सुभासपा पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने की मांग वाली अर्जी पर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भव्या तिवारी ने आगामी 31 जनवरी के लिए थाना चिनहट से रिपोर्ट तलब की है.
अदालत के समक्ष रिपोर्ट दर्ज कराए जाने की मांग वाली यह अर्जी अधिवक्ता प्रमोद पांडेय ने दाखिल की है जिसमें आरोप लगाया गया है कि वह 24 जनवरी को शाम को कुछ अपने मित्रों के साथ बैठकर राजनीतिक चर्चा कर रहे थे.
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इसी दौरान उन्होंने मोबाइल से विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के फेसबुक पर किए गए प्रचार व भाषण को देखा. अर्जी में आरोप लगाया गया है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर का एक वीडियो सामने आया जिसमें वह मंच पर खड़े होकर एक सभा को सम्बोधित कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी का कोई भी नेता वोट मांगने आए तो उसको दस जूते मारो.
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उक्त वीडियो में भद्दी गाली का प्रयोग करने का भी आरोप लगाया गया. अर्जी में यह भी आरोप लगाया गया है कि ओम प्रकाश राजभर का यह कृत्य सामाजिक समरसता व वैमनस्यता को फैलाने का एक सुनियोजित षड़यंत्र है जिसके कारण उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराके न केवल विवेचना कराई जाए बल्कि चुनाव आयोग को भी निर्देश दिया जाए कि ऐसे नेताओं के चुनाव लड़ने पर रोक लग सके.
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