लखनऊ: प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ (provincial medical services association) ने सोमवार को स्वास्थ्य महानिदेशक (director general of health) को कोरोना महामारी (corona pandemic) पर नियंत्रण पाने के दौरान शहीद हुए चिकित्सकों के परिवार को मिलने वाली सुविधाएं न मिलने पर चिंता जताई है. संघ ने संबंधित परिवार को मिलने वाली अनुकंपा राशि, उनका अधिकार (मृतक आश्रित सेवायोजन) एवं पेंशन इत्यादि का भुगतान तत्काल किए जाने की मांग की है.
प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डॉक्टर सचिन वैश्य (Dr Sachin Vaish) और महामंत्री डॉ. अमित सिंह ने सोमवार को शहीद चिकित्सकों की सूची स्वास्थ्य महानिदेशक को सौंपी. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में आम जनमानस की सेवा और उपचार करते हुए हमारे बहुत से साथी असमय ही शहीद हो चुके हैं. उनके सर्वोच्च बलिदान को लेकर सरकार द्वारा घोषित अनुग्रह राशि तथा शासन स्तर से स्वीकृत होने वाले लाभ, पेंशन, लीव एनकैशमेंट, जीपीएफ, मृतक आश्रित सेवायोजन इत्यादि डेढ़ साल बीतने के बाद भी अधिकतर डॉक्टरों के परिवार को नहीं मिली हैं.
चिकित्सक नेताओं ने कहा कि यह स्थिति दुखद और शर्मनाक है. शहीद साथियों की संख्या बहुत से लोगों के लिए मात्र एक नंबर हो सकता है, लेकिन प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के लिए यह स्वयं के परिवार में हुई दुर्घटना के समान है. उन्होंने कहा कि सूची के आधार पर सभी नामों को संघ ने एकत्रित किया है. संबंधित जनपदों से इस सूची को सत्यापित कराते हुए और छूटे हुए नामों को शामिल कर शहीदों के परिवारों को अविलंब सहायता और उनका अधिकार व सम्मान दिलाने का प्रयास किया जाए.
डॉक्टर सचिन वैश्य ने स्वास्थ्य महानिदेशक से मॉनिटरिंग करने के लिए एक जिम्मेदार और सक्रिय अधिकारी को नामित करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि संबंधित अधिकारी प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के पदाधिकारियों के सहयोग और संपर्क में रहते हुए इन शहीदों के परिवार को इनका अधिकार दिलाने का कार्य करेगा.
इसे भी पढ़ें- सावधान: कोरोना का 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट है घातक, दवाओं के असर पर भी संशय