लखनऊ: केजीएमयू के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग क्वीन मेरी अस्पताल में कोविड प्रोटोकॉल के पालन के साथ इमरजेंसी केस को बिना आरटी-पीसीआर जांच के देखा जा रहा है. अभी तक यहां 250 कोविड संक्रमित महिलाओं की डिलीवरी की जा चुकी है. अस्पताल में सभी संकायों, विभागों और स्वास्थ्य कर्मचारी मरीजों का सहयोग कर रहे हैं. 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं जारी रखी जा रही हैं. मरीजों की देखभाल के लिए विभाग के संकाय द्वारा सभी सावधानी बरतने और प्रसव से पहले परामर्श के लिए ऑनलाइन ओपीडी चलाई जा रही है.
ऑरेंज जोन में 24 घंटे सेवा जारी
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह ने कहा कि पिछले साल कोविड महामारी की शुरुआत के बाद से कोविड पॉजिटिव मरीजों के लिए ऑरेंज जोन बनाया गया था. ऑरेंज जोन में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा उपलब्ध है. कोरोना की दूसरी लहर में इस बार फिर से ऑरेंज जोन बनाया गया है, ताकि प्रसव के लिए आ रहीं महिलाओं को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े. यहां चिकित्सा प्रबंधन, सामान्य प्रसव, ऑपरेटिव हस्तक्षेप और कीमोथेरेपी सहित सभी आवश्यक सुविधाएं प्रदान की जाती हैं.
वर्तमान में हमारे विभाग में भर्ती होने वाले लगभग 90% मरीज कोविड पॉजिटिव हैं. केजीएमयू के कोविड अस्पताल में बेड की व्यवस्था करना मुश्किल है. होल्डिंग एरिया और मरीजों में पॉजिटिव मरीजों को 2-3 अलग-अलग वार्ड आवंटित किए गए हैं. यहां सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है. आईसीयू की सुविधा है, जिसमें ऑक्सीजन थैरेपी के साथ इनवेसिव और गैर-इनवेसिव वेंटिलेशन उपलब्ध है.
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250 संक्रमित महिलाओं की हुई डिलीवरी
अस्पताल में अब तक प्रसूति और स्त्री रोग के मरीजों की 600 से अधिक कोविड पॉजिटिव महिलाओं में से 250 महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी कराई जा चुकी है. इस अवधि के दौरान महिलाओं का विशेष ख्याल रखा जा रहा है.
दिन-रात जिम्मेदारियों को निभा रहे स्वास्थ्य कर्मचारी
स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कोरोना के दौर में सबसे आगे आकर अपनी जिम्मेदारियों को निभाया है. संक्रमण के डर के बावजूद मरीजों की देखभाल में कोई कमी नहीं होने दी है. कई स्वास्थ्य कर्मचारी भी इस बीच संक्रमित हो चुके हैं. लेकिन ठीक होकर एक बार फिर से ड्यूटी पर कर्मचारी वापस लौट आए हैं. क्वीन मेरी अस्पताल की पूरी टीम इस संकट से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.