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डेंगू के लिए हर जिले में बनेंगे डेडिकेटेड हॉस्पिटल, मुख्यमंत्री ने कहा, घर-घर कराएं स्क्रीनिंग

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक में डेंगू व अन्य संचारी रोगों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए रोकथाम के लिए प्रयासों को और तेज करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि आशा बहनों का सहयोग लें, घर-घर स्क्रीनिंग कराएं. लक्षणयुक्त मरीजों की पहचान कराते हुए उनके समुचित इलाज की व्यवस्था कराई जाए.

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Published : Nov 12, 2022, 1:04 PM IST

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक में डेंगू व अन्य संचारी रोगों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए रोकथाम के लिए प्रयासों को और तेज करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह के बीच डेंगू व अन्य संचारी रोगों के दुष्प्रभाव में बढ़ोतरी देखी जा रही है. इनकी बेहतर स्क्रीनिंग के लिए सर्विलांस को बेहतर करने की आवश्यकता है. आशा बहनों का सहयोग लें, घर-घर स्क्रीनिंग कराएं. लक्षणयुक्त मरीजों की पहचान कराते हुए उनके समुचित इलाज की व्यवस्था कराई जाए.

समीक्षा बैठक (review meeting) के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की तरह डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल (Dedicated Dengue Hospital) एक्टिव किए जाएं. कम से कम हर जिले में एक ऐसा डेडिकेटेड अस्पताल जरूर क्रियाशील हो. जहां चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता हो, जांच की सुविधा हो, उपचार की पर्याप्त व्यवस्था हो. इसे आइसीसीसी से भी जोड़ा जाना चाहिए. सभी मंत्री फील्ड में बने रहें. प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए अस्पताल में आने वाले हर मरीज को बेड मिले, उसकी विधिवत चिकित्सकीय जांच हो और समय पर इलाज किया जाए.

सीएम ने कहा (the CM said) कि स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज और सूचना विभाग व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाएं. डेंगू के कारण, लक्षण, बचाव आदि के बारे में लोगों को सही जानकारी दी जाए. अखबारों में जागरूकता परक विज्ञापन, दीवार पेंटिंग, पब्लिक एड्रेस सिस्टम आदि के माध्यम से इस बीमारी के कारण प्रभाव और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए. डेंगू मरीजों के लिए हर शासकीय अस्पताल में जरूरतों के अनुसार आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ाई जाए. हर जिले में डेंगू टेस्टिंग और प्लेटलेट्स की जांच की सुविधा होनी चाहिए.

यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम में 25 लाख से बनेंगे कम्युनिटी सेंटर, मंत्री असीम अरुण ने बताया प्लान

इसके अलावा उन्होंने प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर माघ मेला की तैयारियां समय से पूर्ण करने, श्रद्धालुओं की जरूरतों का ध्यान रखने, साधु-संतों और कल्पवासियों से संवाद बनाने के निर्देश दिए. मेले में व्यवस्था की जिम्मेदारी विशेष सचिव और पुलिस अधीक्षक स्तर अधिकारी की होगी. कोविड, डेंगू व अन्य संचारी रोगों से जुड़े एहतियात को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता-सैनिटाइजेशन का कार्य हर दिन जारी रखना होगा. मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जाएं. प्रयागराज के माघ मेले सहित सभी मेलों, पर्वों व त्योहारों पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए.

यह भी पढ़ें : नया सत्र शुरू होने के बावजूद अभी तक चीनी मिलें नहीं हुईं चालू, रालोद ने उठाए सवाल

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक में डेंगू व अन्य संचारी रोगों की अद्यतन स्थिति की समीक्षा करते हुए रोकथाम के लिए प्रयासों को और तेज करने के निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह के बीच डेंगू व अन्य संचारी रोगों के दुष्प्रभाव में बढ़ोतरी देखी जा रही है. इनकी बेहतर स्क्रीनिंग के लिए सर्विलांस को बेहतर करने की आवश्यकता है. आशा बहनों का सहयोग लें, घर-घर स्क्रीनिंग कराएं. लक्षणयुक्त मरीजों की पहचान कराते हुए उनके समुचित इलाज की व्यवस्था कराई जाए.

समीक्षा बैठक (review meeting) के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की तरह डेडिकेटेड डेंगू अस्पताल (Dedicated Dengue Hospital) एक्टिव किए जाएं. कम से कम हर जिले में एक ऐसा डेडिकेटेड अस्पताल जरूर क्रियाशील हो. जहां चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों की उपलब्धता हो, जांच की सुविधा हो, उपचार की पर्याप्त व्यवस्था हो. इसे आइसीसीसी से भी जोड़ा जाना चाहिए. सभी मंत्री फील्ड में बने रहें. प्रत्येक दशा में यह सुनिश्चित किया जाए अस्पताल में आने वाले हर मरीज को बेड मिले, उसकी विधिवत चिकित्सकीय जांच हो और समय पर इलाज किया जाए.

सीएम ने कहा (the CM said) कि स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास, पंचायती राज और सूचना विभाग व्यापक जागरूकता कार्यक्रम चलाएं. डेंगू के कारण, लक्षण, बचाव आदि के बारे में लोगों को सही जानकारी दी जाए. अखबारों में जागरूकता परक विज्ञापन, दीवार पेंटिंग, पब्लिक एड्रेस सिस्टम आदि के माध्यम से इस बीमारी के कारण प्रभाव और उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाए. डेंगू मरीजों के लिए हर शासकीय अस्पताल में जरूरतों के अनुसार आइसोलेशन वार्ड की संख्या बढ़ाई जाए. हर जिले में डेंगू टेस्टिंग और प्लेटलेट्स की जांच की सुविधा होनी चाहिए.

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इसके अलावा उन्होंने प्रयागराज में त्रिवेणी तट पर माघ मेला की तैयारियां समय से पूर्ण करने, श्रद्धालुओं की जरूरतों का ध्यान रखने, साधु-संतों और कल्पवासियों से संवाद बनाने के निर्देश दिए. मेले में व्यवस्था की जिम्मेदारी विशेष सचिव और पुलिस अधीक्षक स्तर अधिकारी की होगी. कोविड, डेंगू व अन्य संचारी रोगों से जुड़े एहतियात को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता-सैनिटाइजेशन का कार्य हर दिन जारी रखना होगा. मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य शिविर भी लगाए जाएं. प्रयागराज के माघ मेले सहित सभी मेलों, पर्वों व त्योहारों पर बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए.

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