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लॉकडाउन में 'लॉक' हुए बदमाश और लुटेरे, तेजी से गिरा अपराध का ग्राफ

कोरोना की महामारी को रोकने के लिए देश सहित प्रदेश में लॉकडाउन लागू है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में हुई आपराधिक घटनाओं के बारे में आईजी लॉ एंड ऑर्डर ज्योति नारायण ने बताया कि लॉकडाउन की अवधि के दौरान हत्या जैसी घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन लूट, डकैती और अन्य आर्थिक अपराध जैसी घटनाओं में भारी गिरावट आई है. पढ़ें ईटीवी भारत की रिपोर्ट...

यूपी में तेजी से गिरा अपराध का ग्राफ
यूपी में तेजी से गिरा अपराध का ग्राफ
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Published : Apr 12, 2020, 8:25 AM IST

Updated : Apr 12, 2020, 12:49 PM IST

लखनऊ: कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. वहीं यूपी में इस समय 70% से भी अधिक पुलिस फोर्स सड़कों पर तैनात है. लॉकडाउन का पालन कराने के लिए अब तक धारा 188 के तहत 12,236 और आईटी एक्ट के तहत 311 FIR दर्ज की गई हैं. इस लिहाज से प्रदेश में FIR दर्ज करने की संख्या में कोई गिरावट नहीं आई है. वहीं अगर आपराधिक घटनाओं पर नजर दौड़ाएं तो हत्या, हिंसा, दुष्कर्म और पुलिस पर हमले जैसी घटनाएं हुई हैं, लेकिन आर्थिक अपराध जैसे- लूट और चेन स्नेचिंग की घटनाओं में भारी गिरावट आई है.

जानकारी देते आईजी लॉ एंड ऑर्डर ज्योति नारायण.

राजधानी में घटी आपराधिक घटनाएं

  • राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के चौधरी खेड़ा में बीते 2 अप्रैल को देर रात दो पक्षों में आपसी रंजिश को लेकर भिड़ंत हो गई. इसमें एक पक्ष ने 55 वर्षीय लालाराम और उनके बेटे पंकज को घेरकर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. इलाज के दौरान लालाराम की मौत हो गई. परिजनों की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
  • बीते 3 अप्रैल को ठाकुरगंज के बालागंज स्थित हरिनगर में दोपहर 2 बजे दो युवकों के बीच में विवाद हो गया. विवाद के दौरान हुई फायरिंग में एक गोली मोहम्मद उस्मान को जा लगी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में उसे ट्रामा सेंटर भर्ती कराया. पीड़ित के भाई निजाम की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी रम्मन सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया.
  • बीते 3 अप्रैल को ही राजधानी में ऑनर किलिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया. सहादतगंज के मानसून नगर में एक प्रेमी युगल मोहम्मद अब्दुल मलिक और सूफिया की युवक के ही परिजनों ने लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने सूफिया के पिता सहित चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

यूपी के अन्य जिलो में घटी आपराधिक घटनाएं

  • गोंडा जिले में 4 अप्रैल को मनरेगा की मजदूरी में हेराफेरी की जांच करने पहुंची टीम के सामने दो पक्ष आपस में भिड़ गए. इस बीच एक पक्ष ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. मौके पर जांच टीम तो किसी तरह जान बचाकर भाग गई, लेकिन हमलावरों ने सपा युवजन सभा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव विजय सिंह टीटू के भाई समेत दो की गोली मारकर हत्या कर दी. फायरिंग में टीटू समेत पांच लोग घायल भी हो गए. मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष उमरी बेगमगंज ओमप्रकाश सिंह को निलंबित कर दिया.
  • प्रयागराज जिले में 6 अप्रैल को करेली इलाके में जमातियों पर टिप्पणी को लेकर हुए विवाद में युवक लोटन निषाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना को अंजाम तब दिया गया, जब वह घर के बाहर स्थित एक दुकान पर खड़े होकर कुछ लोगों से बातचीत कर रहा था.
  • फिरोजाबाद जिले में 8 अप्रैल को एक गांव में एक व्यक्ति ने पड़ोस के एक किशोर के साथ अपनी नाबालिग लड़की को संदिग्ध अवस्था में देखा. इसके बाद पिता ने बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने शव को खेत में जला दिया और फरार हो गया.
  • लखीमपुर खीरी जिले में 9 अप्रैल को कोटेदार के घर राशन लेने गए वकील रमेश शुक्ला को दबंगों ने गोली मार दी. इतना ही नहीं रमेश शुक्ला के बेटे हरगोविंद पर धारदार हथियार से हमला भी किया. इस हमले में बेटे की मौके पर और वकील की जिला अस्पताल में मौत हो गई.

लॉकडाउन के दौरान हुई हिंसा की घटनाएं

  • 4 अप्रैल को काकोरी के इमलिया में दबंगों ने नाली के विवाद में महिला और उसके परिजनों पर हमला बोल दिया. लाठी-डंडे और बाके से लैस हमलावरों ने गर्भवती महिला, उसके पति व भतीजी पर हमला किया. इस हमले में तीनों को गंभीर चोट आईं. पीड़ितों ने आरोप लगाया कि पुलिस दबंगों की मदद कर रही है. हालांकि घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया है.
  • 8 अप्रैल को कन्नौज जिले में लॉकडाउन के दौरान राशन वितरण मामले में भाजपा सांसद सुब्रत पाठक द्वारा तहसीलदार को घर में घुसकर पीटने का मामला प्रकाश में आया. तहसीलदार की तहरीर पर पुलिस ने सांसद सुब्रत पाठक, सचिन शर्मा, सौरव कटियार, शिव इंदौर सहित 25 लोगों के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं सहित एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.

लॉकडाउन के दौरान बलात्कार की घटना

  • 4 अप्रैल को राजधानी लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र में काकोरी की रहने वाली एक किशोरी से पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया. इसकी जानकारी होने पर किशोरी की मां ने थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पीड़िता ने आरोप लगाया कि पड़ोसी युवक ने उसे शादी का झांसा देकर 28 मार्च को पारा स्थित बाग में ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया.

लॉकडाउन के दौरान पुलिस पर हमले की घटनाएं

  • अलीगढ़ जिले में तीन अप्रैल को बन्ना देवी थाना क्षेत्र में सराय रहमान इलाके की तकिया वाली मस्जिद में देर शाम नमाज पढ़ने से रोकने पर भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस दौरान पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की गई. इस पत्थरबाजी में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
  • 4 अप्रैल को देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र में बसंतपुर गांव स्थित मस्जिद में सामूहिक नमाज होने की सूचना पर वहां पहुंचे पुलिसकर्मियों पर गली से युवकों ने पत्थराव करना शुरू कर दिया. यही नहीं बाहर निकलकर उन्होंने धारदार हथियार लेकर पुलिस को दौड़ाया, जिसके बाद उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने मामले को संभाला.
  • 4 अप्रैल को कन्नौज जिले में लॉकडाउन के दौरान घर की छत पर सामूहिक नमाज रुकवाने पहुंची पुलिस पर लोगों ने हमला बोल दिया. करीब 250 लोगों ने छतों से पथराव शुरु कर दिया. यही नहीं हमलावरों ने डंडे, फावड़े और कुल्हाड़ी से भी हमला किया. इस हमले में चौकी इंचार्ज, दारोगा और एक सिपाही घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक महिला समेत 22 को हिरासत में लिया है.
  • 6 अप्रैल को आगरा जिले के भदरौली में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए गई पुलिस टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया. पथराव में दारोगा की बाइक क्षतिग्रस्त हो गई इसके बाद क्षेत्र में तीन थानों की फोर्स तैनात कर दी गई.

लॉकडाउन की अवधि के दौरान हत्या जैसी घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन लूट, डकैती और अन्य आर्थिक अपराध जैसी घटनाओं में भारी गिरावट आई है.
-ज्योति नारायण, आईजी लॉ एंड ऑर्डर

लखनऊ: कोरोना वायरस से बचाव के लिए पूरे देश में लॉकडाउन जारी है. वहीं यूपी में इस समय 70% से भी अधिक पुलिस फोर्स सड़कों पर तैनात है. लॉकडाउन का पालन कराने के लिए अब तक धारा 188 के तहत 12,236 और आईटी एक्ट के तहत 311 FIR दर्ज की गई हैं. इस लिहाज से प्रदेश में FIR दर्ज करने की संख्या में कोई गिरावट नहीं आई है. वहीं अगर आपराधिक घटनाओं पर नजर दौड़ाएं तो हत्या, हिंसा, दुष्कर्म और पुलिस पर हमले जैसी घटनाएं हुई हैं, लेकिन आर्थिक अपराध जैसे- लूट और चेन स्नेचिंग की घटनाओं में भारी गिरावट आई है.

जानकारी देते आईजी लॉ एंड ऑर्डर ज्योति नारायण.

राजधानी में घटी आपराधिक घटनाएं

  • राजधानी के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र के चौधरी खेड़ा में बीते 2 अप्रैल को देर रात दो पक्षों में आपसी रंजिश को लेकर भिड़ंत हो गई. इसमें एक पक्ष ने 55 वर्षीय लालाराम और उनके बेटे पंकज को घेरकर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया. इलाज के दौरान लालाराम की मौत हो गई. परिजनों की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
  • बीते 3 अप्रैल को ठाकुरगंज के बालागंज स्थित हरिनगर में दोपहर 2 बजे दो युवकों के बीच में विवाद हो गया. विवाद के दौरान हुई फायरिंग में एक गोली मोहम्मद उस्मान को जा लगी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में उसे ट्रामा सेंटर भर्ती कराया. पीड़ित के भाई निजाम की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी रम्मन सहित तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया.
  • बीते 3 अप्रैल को ही राजधानी में ऑनर किलिंग का सनसनीखेज मामला सामने आया. सहादतगंज के मानसून नगर में एक प्रेमी युगल मोहम्मद अब्दुल मलिक और सूफिया की युवक के ही परिजनों ने लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने सूफिया के पिता सहित चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

यूपी के अन्य जिलो में घटी आपराधिक घटनाएं

  • गोंडा जिले में 4 अप्रैल को मनरेगा की मजदूरी में हेराफेरी की जांच करने पहुंची टीम के सामने दो पक्ष आपस में भिड़ गए. इस बीच एक पक्ष ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. मौके पर जांच टीम तो किसी तरह जान बचाकर भाग गई, लेकिन हमलावरों ने सपा युवजन सभा के पूर्व राष्ट्रीय सचिव विजय सिंह टीटू के भाई समेत दो की गोली मारकर हत्या कर दी. फायरिंग में टीटू समेत पांच लोग घायल भी हो गए. मामले में एसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष उमरी बेगमगंज ओमप्रकाश सिंह को निलंबित कर दिया.
  • प्रयागराज जिले में 6 अप्रैल को करेली इलाके में जमातियों पर टिप्पणी को लेकर हुए विवाद में युवक लोटन निषाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस घटना को अंजाम तब दिया गया, जब वह घर के बाहर स्थित एक दुकान पर खड़े होकर कुछ लोगों से बातचीत कर रहा था.
  • फिरोजाबाद जिले में 8 अप्रैल को एक गांव में एक व्यक्ति ने पड़ोस के एक किशोर के साथ अपनी नाबालिग लड़की को संदिग्ध अवस्था में देखा. इसके बाद पिता ने बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने शव को खेत में जला दिया और फरार हो गया.
  • लखीमपुर खीरी जिले में 9 अप्रैल को कोटेदार के घर राशन लेने गए वकील रमेश शुक्ला को दबंगों ने गोली मार दी. इतना ही नहीं रमेश शुक्ला के बेटे हरगोविंद पर धारदार हथियार से हमला भी किया. इस हमले में बेटे की मौके पर और वकील की जिला अस्पताल में मौत हो गई.

लॉकडाउन के दौरान हुई हिंसा की घटनाएं

  • 4 अप्रैल को काकोरी के इमलिया में दबंगों ने नाली के विवाद में महिला और उसके परिजनों पर हमला बोल दिया. लाठी-डंडे और बाके से लैस हमलावरों ने गर्भवती महिला, उसके पति व भतीजी पर हमला किया. इस हमले में तीनों को गंभीर चोट आईं. पीड़ितों ने आरोप लगाया कि पुलिस दबंगों की मदद कर रही है. हालांकि घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया है.
  • 8 अप्रैल को कन्नौज जिले में लॉकडाउन के दौरान राशन वितरण मामले में भाजपा सांसद सुब्रत पाठक द्वारा तहसीलदार को घर में घुसकर पीटने का मामला प्रकाश में आया. तहसीलदार की तहरीर पर पुलिस ने सांसद सुब्रत पाठक, सचिन शर्मा, सौरव कटियार, शिव इंदौर सहित 25 लोगों के खिलाफ आईपीसी की गंभीर धाराओं सहित एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.

लॉकडाउन के दौरान बलात्कार की घटना

  • 4 अप्रैल को राजधानी लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र में काकोरी की रहने वाली एक किशोरी से पड़ोसी युवक ने दुष्कर्म किया. इसकी जानकारी होने पर किशोरी की मां ने थाने में तहरीर दी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पीड़िता ने आरोप लगाया कि पड़ोसी युवक ने उसे शादी का झांसा देकर 28 मार्च को पारा स्थित बाग में ले गया, जहां उसके साथ दुष्कर्म किया.

लॉकडाउन के दौरान पुलिस पर हमले की घटनाएं

  • अलीगढ़ जिले में तीन अप्रैल को बन्ना देवी थाना क्षेत्र में सराय रहमान इलाके की तकिया वाली मस्जिद में देर शाम नमाज पढ़ने से रोकने पर भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया. इस दौरान पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की गई. इस पत्थरबाजी में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए.
  • 4 अप्रैल को देवरिया जिले के रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र में बसंतपुर गांव स्थित मस्जिद में सामूहिक नमाज होने की सूचना पर वहां पहुंचे पुलिसकर्मियों पर गली से युवकों ने पत्थराव करना शुरू कर दिया. यही नहीं बाहर निकलकर उन्होंने धारदार हथियार लेकर पुलिस को दौड़ाया, जिसके बाद उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंचे आला अधिकारियों ने मामले को संभाला.
  • 4 अप्रैल को कन्नौज जिले में लॉकडाउन के दौरान घर की छत पर सामूहिक नमाज रुकवाने पहुंची पुलिस पर लोगों ने हमला बोल दिया. करीब 250 लोगों ने छतों से पथराव शुरु कर दिया. यही नहीं हमलावरों ने डंडे, फावड़े और कुल्हाड़ी से भी हमला किया. इस हमले में चौकी इंचार्ज, दारोगा और एक सिपाही घायल हो गए. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक महिला समेत 22 को हिरासत में लिया है.
  • 6 अप्रैल को आगरा जिले के भदरौली में लॉकडाउन का पालन कराने के लिए गई पुलिस टीम पर लोगों ने हमला बोल दिया. पथराव में दारोगा की बाइक क्षतिग्रस्त हो गई इसके बाद क्षेत्र में तीन थानों की फोर्स तैनात कर दी गई.

लॉकडाउन की अवधि के दौरान हत्या जैसी घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन लूट, डकैती और अन्य आर्थिक अपराध जैसी घटनाओं में भारी गिरावट आई है.
-ज्योति नारायण, आईजी लॉ एंड ऑर्डर

Last Updated : Apr 12, 2020, 12:49 PM IST
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