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10 दिनों से मां के शव के साथ घर में बंद रही बेटी, पुलिस पहुंची तो रह गयी दंग - एडीसीपी नार्थ प्राची सिंह

राजधानी में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक बेटी पिछले 10 दिनों से अपनी मां का शव के साथ अपने घर में बंद थी. दो दिन पहले आंधी चलने पर घर से बदबू आने के बाद पुलिस ने घर को खोलकर देखा तो अंदर का नजारा देखकर वह भी सहम गयी.

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इसी घर में रहती थी मां और बेटी
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Published : May 20, 2022, 9:29 PM IST

लखनऊ : राजधानी में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक बेटी पिछले 10 दिनों से अपनी मां के शव के साथ अपने घर में बंद थी. दो दिन पहले आंधी चलने पर घर से बदबू आने के बाद पुलिस ने घर को खोलकर देखा तो अंदर का नजारा देखकर वह भी सहम गयी. बेटी अपनी मां का शव के पास बैठी मिली. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

गगन मिश्रा की रिपोर्ट

इंदिरा नगर थाना अंतर्गत के मयूर रेजीडेंसी फेज वन में स्थित 26 नंबर बंगले में पिछले 4 साल से सुनीता दीक्षित (61) अपनी बेटी अंकिता (26) के साथ रहती थी. सुनीता एचएएल में अधिकारी के पद से हाल ही में रिटायर हुई थी. पुलिस के मुताबिक अंकिता मानसिक रूप से बीमार थी. सुनीता दीक्षित कैंसर से पीड़ित थी. इन्ही कारणों से सुनीता के पति रजनीश दीक्षित ने 10 साल पहले तलाक ले लिया था.

मयूर रेजीडेंसी कॉलोनी के गार्ड आशीष ने बताया कि बीते बुधवार की शाम तेज आंधी चलने से अचानक बदबू आने लगी. आसपास देखने के बाद एहसास हुआ कि बदबू 26 नंबर बंगले से आ रही थी. गार्ड ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की लेकिन किसी ने भी दरवाजा नहीं खोला. इस पर पुलिस को सूचना दी गयी. मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन दरवाजा नहीं खुला. थोड़ी देर बाद बढ़ई की मदद से दरवाजा खुलवाया गया तो सभी की आंखे खुली की खुली रह गईं. घर के अंदर अंकिता गुमसुम बैठी थी. अंदर उसकी मां सुनीता का शव बेड पर पड़ा हुआ था.

एडीसीपी नार्थ प्राची सिंह (ADCP North Prachi Singh) ने बताया कि पुलिस जब घर में दाखिल हुए तो एक महिला की आवाज सुनाई दी. दरवाजा तोड़कर जब कमरे में जाकर देखा तो वहां का नजारा देख कर सभी के होश उड़ गए. अंकिता उस घर में अपनी मां का शव के साथ पिछले कुछ दिनों से रह रही थी. हालांकि अंकिता से पूछताछ करने पर वो कुछ बोल नहीं पा रही थी. उन्होंने कहा कि बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद मरने की असल वजह और बॉडी कितनी पुरानी है. यह पता चल सकेगा. वहीं, फिलहाल अंकिता को उसके मामा को सौंपा गया है.

इसे भी पढ़ेंः मेरी तबाही में अपनों का ही हाथ था: आजम खान

पड़ोसी बोले दिन-रात मोहल्ले में देती थीं मां बेटी गालियां : अंकिता के पड़ोस में रहने वालों ने बताया कि मां-बेटी किसी से भी बातचीत नहीं करतीं थीं. हालांकि जब भी वो बाहर निकलतीं तो मोहल्ले में किसी न किसी को गालियां दे कर ही चैन लेती थीं. बताया कि वो हमेशा कहती थी कि पूरा मोहल्ला उनके मकान पर कब्जा करना चाहता है.

सूचना मिलने पर जब पुलिस सुनीता के घर पहुंची तो वहां मौजूद सुनीता की बेटी अंकिता पुलिस के सामने कई तरह की कहानियां बताने लगी. अंकिता ने कहा कि कुछ दिन से एक मुसलमान मां को भड़का रहा था. उससे लड़ने के लिए कह रहा था. इस गुस्से में उसने कांच के गिलास तोड़ दिए. सुनीता ने पुलिस कर्मियों से कहा कि अंदर आराम से जाएं. टूटे कांच पड़े हैं जो पैर में चुभ जाएंगे.

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लखनऊ : राजधानी में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां एक बेटी पिछले 10 दिनों से अपनी मां के शव के साथ अपने घर में बंद थी. दो दिन पहले आंधी चलने पर घर से बदबू आने के बाद पुलिस ने घर को खोलकर देखा तो अंदर का नजारा देखकर वह भी सहम गयी. बेटी अपनी मां का शव के पास बैठी मिली. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

गगन मिश्रा की रिपोर्ट

इंदिरा नगर थाना अंतर्गत के मयूर रेजीडेंसी फेज वन में स्थित 26 नंबर बंगले में पिछले 4 साल से सुनीता दीक्षित (61) अपनी बेटी अंकिता (26) के साथ रहती थी. सुनीता एचएएल में अधिकारी के पद से हाल ही में रिटायर हुई थी. पुलिस के मुताबिक अंकिता मानसिक रूप से बीमार थी. सुनीता दीक्षित कैंसर से पीड़ित थी. इन्ही कारणों से सुनीता के पति रजनीश दीक्षित ने 10 साल पहले तलाक ले लिया था.

मयूर रेजीडेंसी कॉलोनी के गार्ड आशीष ने बताया कि बीते बुधवार की शाम तेज आंधी चलने से अचानक बदबू आने लगी. आसपास देखने के बाद एहसास हुआ कि बदबू 26 नंबर बंगले से आ रही थी. गार्ड ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की लेकिन किसी ने भी दरवाजा नहीं खोला. इस पर पुलिस को सूचना दी गयी. मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन दरवाजा नहीं खुला. थोड़ी देर बाद बढ़ई की मदद से दरवाजा खुलवाया गया तो सभी की आंखे खुली की खुली रह गईं. घर के अंदर अंकिता गुमसुम बैठी थी. अंदर उसकी मां सुनीता का शव बेड पर पड़ा हुआ था.

एडीसीपी नार्थ प्राची सिंह (ADCP North Prachi Singh) ने बताया कि पुलिस जब घर में दाखिल हुए तो एक महिला की आवाज सुनाई दी. दरवाजा तोड़कर जब कमरे में जाकर देखा तो वहां का नजारा देख कर सभी के होश उड़ गए. अंकिता उस घर में अपनी मां का शव के साथ पिछले कुछ दिनों से रह रही थी. हालांकि अंकिता से पूछताछ करने पर वो कुछ बोल नहीं पा रही थी. उन्होंने कहा कि बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पीएम रिपोर्ट आने के बाद मरने की असल वजह और बॉडी कितनी पुरानी है. यह पता चल सकेगा. वहीं, फिलहाल अंकिता को उसके मामा को सौंपा गया है.

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पड़ोसी बोले दिन-रात मोहल्ले में देती थीं मां बेटी गालियां : अंकिता के पड़ोस में रहने वालों ने बताया कि मां-बेटी किसी से भी बातचीत नहीं करतीं थीं. हालांकि जब भी वो बाहर निकलतीं तो मोहल्ले में किसी न किसी को गालियां दे कर ही चैन लेती थीं. बताया कि वो हमेशा कहती थी कि पूरा मोहल्ला उनके मकान पर कब्जा करना चाहता है.

सूचना मिलने पर जब पुलिस सुनीता के घर पहुंची तो वहां मौजूद सुनीता की बेटी अंकिता पुलिस के सामने कई तरह की कहानियां बताने लगी. अंकिता ने कहा कि कुछ दिन से एक मुसलमान मां को भड़का रहा था. उससे लड़ने के लिए कह रहा था. इस गुस्से में उसने कांच के गिलास तोड़ दिए. सुनीता ने पुलिस कर्मियों से कहा कि अंदर आराम से जाएं. टूटे कांच पड़े हैं जो पैर में चुभ जाएंगे.

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